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    Delhi Blast: 'एग्जाम की तैयारी...', भाभी से फोन पर क्या बोला था डॉ. उमर? धमाके से तीन दिन पहले हुआ था अंडरग्राउंड

    Updated: Tue, 11 Nov 2025 09:58 PM (IST)

    श्रीनगर में एक परिवार को गहरा सदमा लगा है क्योंकि उनके बेटे, जो एक डॉक्टर है, को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। परिवार का कहना है कि उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि वह इस तरह की गतिविधियों में शामिल हो सकता है।

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    Delhi Blast: तीन दिन पहले फोन बंद कर अंडरग्राउंड हुआ था डॉ. उमर। फोटो जागऱण

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर में अवंतीपोर एयरपोर्ट के साथ सटे कोइल पुलवामा में मंगलवार को अजीब सन्नाटा पसरा हुआ था। जिसे देखो वही हैरान-परेशान नजर आ रहा था, कोई यकीन नहीं कर रहा था कि अक्सर मस्जिद में नमाज व अन्य मजहबी कामों में व्यस्त रहने वाला डॉ. उमर ही लाल किले के बाहर धमाका करने वाला आत्मघाति आतंकी है।

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    उसके दोनों भाइयों और मां-बाप को पुलिस ने हिरासत में लिया है। दूसरी तरफ कोइल से 20 किलोमीटर दूर पांपोर में केसर की क्यारियों के साथ सटे संबूरा में दो सगे भाइयों उमर और आमिर के अलावा तारिक को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

    क्योंकि धमाके में इस्तेमाल कार आमिर ने खरीदी थी और जबकि उसका भुगतान आत्मघाति आतंकी डॉक्टर ने किया था। आत्मघाति डॉक्टर के दोस्त डॉ सज्जाद से भी पूछताछ हो रही है।

    हिरासत में लिए गए सभी संदिग्धों और आतंकियों के रिश्तेदारों व मॉडयूल के गिरफ्तार सदस्यों एक विशेष दल द्वारा पूछताछ की जा रही है। डॉ उमर नबी बट की गत शुक्रवार को अंतिम वार अपने परिजनों से बातचीत हुई है और कहा जा रहा है कि उसके बाद से वह अपना फोन बंद कर भूमिगत हो गया था। अब उसके शव की पुष्टि के लिए उसकी मां और पिता के डीएनए का नमूना लिया जा रहा।

    बताया जा रहा है कि वह डॉ मुजम्मिल शकील उर्फ डॉ. मुसैब की गिरफ्तारी का रविवार को खुलासा होने से पहले ही वह अपने सभी करीबियों से संर्पक तोड़ भूमिगत हो चुका था। डॉ. उमर के घर में मौजूद उसकी भाभी और चाची ने बताया उन्हें गत रात को ही पता चला था कि लाल किले के बाहर धमाका करने वाला डॉ. उमर नबी है।

    उसकी भाभी ने बताया कि उमर ने गत शुक्रवार को उनसे फोन पर बात की थी। उन्होंने कहा कि हमने उससे कहा था कि पुलिस उसे तलाश कर रही है और कोई पोस्टर का मामला है। यहां आकर जल्द इसे हल करो। उसकी भाभी ने कहा कि उमर ने कहा था कि वह तीन दिन बाद आएगा और वह किसी एग्जाम की तैयारी कर रहा है। वह वहां दो तीन साल से पढ़ा रहा था। वह पांच वक्त का नमाजी था और सभी की मदद करता था।

    शुक्रवार के बाद हमारी उससे कोई बात नहीं हुई। उसने बताया कि मेरे खाविंद और देवर के अलावा मेरे सास-ससुर को भी पुलिस अपने साथ ले गई है। हमें समझ में नहीं आ रहा है कि हम कहां जाएं। मेरे ससुर बीमार हैं, वह जहनी मरीज हैं। 

    हमें समझ में नहीं आ रहा है कि हम कहां जाएं। हम तो उसकी शादी की तैयारी कर रहे थे। उसका श्रीनगर में रिश्ता तय हो गया था। डा उमर के घर से लगभग 700 मीटर की दूरी पर डा मुजम्मिल शकील उर्फ डा मुसैब के घर में सन्नाटा पसर हुआ था। उसकी मां, उसका भाई और बाप घर में थे।

    उसके भाई आजाद शकील ने कहा कि हम यहां सब परेशान हैं। हमें नहीं पता था कि वह डाक्टर की आड़ मे शैतान बन गया है। वह कैसे इस रास्ते पर चला, हमें नहीं पता। हमारे घर का कोई सदस्य हिंदुस्तान के खिलाफ जा सकता है, आतंकी हिंसा में शामिल हो सकता है कोई नहीं सोच सकता। पिछले पांच दशकों के दौरान हमारे परिवार के किसी भी सदस्य के खिलाफ कभी आतंकी हिंसा, अलगाववाद या पत्थरबाजी या कोई अन्य आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया गया है। हमारे परिवार ने कभी हिंसक प्रदर्शनों, पथराव और आतंकी एजेंडे का समर्थन नहीं किया है।

    आजाद शकील ने कहा कि हम तो किसान है। हमने अपने मुल्क के खिलाफ कभी कोई काम नहीं किया। हमने तो इस मुल्क के लिए यहां पत्थरबाजों के पत्थर खाए हैं,आतंकियों की धमकियों का मुकाबला किया है। आप यहां किसी से भी बात कर सकते हैं। डा मुजम्मिल के आतंकी बनने पर उसने कहा कि मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकता, मेरा भाई तो एक अच्छा इंसान था। उसने कहा कि वह बीते कुछ वर्ष से साल में दो से तीन बार ही घर आता था। वह जून में वह सिर्फ दो दिन के लिए आया था,उस समय हमारे पिता की सर्जरी थी। अभी वह बहन की शादी के लिए आया हुआ था। शादी नौ नवंबर की थी जो उसकी गिरफ्तारी के बाद स्थगित हो गई है।

    पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद हमारी उससे कोई मुलाकात नहीं हुई है। वह भी अलफला मेडिकल विश्वद्यालय में डॉक्टरों को पढ़ा रहा था। कोइल से कुछ ही दूरी पर स्थित बंडजू पुलवामा से पुलिस ने सज्जाद मल्ला को पूछताछ के लिए हिरासत मं लिया है। वह आत्मघाति आतंकी डा उमर का दोस्त है। अभी तक य यह स्पष्ट नहीं है कि डा सज्जाद से केवल डा उमर और अन्य आतंकियों के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए पूछताछ की जा रही है या उन्हें भी बड़ी साजिश में एक आरोपी के रूप में हिरासत में लिया जा रहा है। कोयल से लगभग 20 किलोमीटर दूर, संबूरा गांव में, पुलिस ने दो भाइयों, आमिर और उमर राशिद को गिरफ्तार किया।

    आमिर, जो पेशे से प्लंबर है, को मुख्य आरोपी माना जा रहा है क्योंकि उसकी तस्वीर हमले में इस्तेमाल कार के साथ है। बताया जा रहा है कि आमिर ने कार खरीदने के लिए अपने दोस्त तारिक के दस्तावेजों के साथ छेड़खानी की थी। इसके अलावा वह तारिक के नाम पर जारी मोबाइल फोन सिम का इसतेमाल कर रहा था। आमिर के साथ् उसके भाई उमर को भी गिरफ्तार किया गया है। वह बिजली विभाग में कार्यरत है और निजी तौर पर ठेकेदारी भी करता है।

    आमिर के परिजनों ने दावा किया है कि दोनों भाई बेकसूर हैं और आमिर कभी कश्मीर से बाहर दिल्ली नहीं गया। उनके पास हरियाणा नंबर की कोई गाड़ी नहीं है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने सोमवार की रात साढ़े दस बजे के करीब दोनों भाईयों को हिरासत में लिया है। तारिक भी बीती रात से पुलिस हिरासत में है और वह एटीएम गार्ड है। कोइल पुलवामा से लगभग 50 किलोमीटर दूर वुनपोरा कुलगाम में डा आदिल जिसे सहारनपुर से गिरफ्तार करेन के बाद पुलिस ने अनंतनाग जीएमसी में स्थित उसके लाकर एक एसाल्ट राइफल बरामदकी है, के पिता एक रिटायर्ड तहसीलदार हैं। पुलिस ने उन्हें भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

    उनकी एक बहन ने कहा कि हमारे लिए यह सबसे बड़ा सदमा है।हम यह समझ ही नहीं पा रहे हैं कि वह ऐसा काम कर सकता है।वह यहां पहले अनंतनाग में था और एक साल पहले सहारनपुर चलागया था। कुछ समय पहले ही उसकी शादी हुई है। श्रीनगर स्थित पुलिस एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभी तक यहां कश्मीर में 15 लोगो को इस मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

    उन्होंने कहा कि डा उमर जिसने धमाका किया है,उसका पता लगाने के लिए उसके मां-बाप के डीएनए के नमूने की जांच की जाएगी। वह इस पूरे माडयूल की एक अहम कड़ी है,क्योंकि उसने कार खरीदी थी और उसने ही धमाका कया है। वह शुक्रवार को लापता हो गया था।

    उन्होंने कहा कि इस माडयूल से संबधित पहली गिरफ्तारी 19 अक्टूबर को हुई थी। यह माडयूल नौगाम में जैश ए मोहम्मद के पोस्टर पाए जाने के बाद नजर में आया है। अभी तक इस माडयूल के सदस्यों की निशानदेही पर 2,900 किलोग्राम विस्फोटक और ज्वलनशील पदार्थ, असॉल्ट राइफलें, पिस्तौल और आइईडी बनाने का सामान बरामद किया गया है। गिरफ्तार किए गए आतंकियों में तीन डाक्टर हैं जबकि एक डाक्टर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।