'दिल्ली विस्फोट जम्मू-कश्मीर की तरक्की रोकने की कोशिश', डॉ. अंद्राबी बोलीं- 'अंदरूनी-बाहरी आतंकी मिलकर कर रहे तबाही'
दिल्ली में हुए विस्फोट पर डॉ. दरख्शां अंद्राबी ने कहा कि यह जम्मू-कश्मीर की तरक्की को रोकने की साजिश है। उन्होंने कहा कि कुछ अंदरूनी और बाहरी आतंकी ताकतें मिलकर तबाही मचा रही हैं। सरकार और सुरक्षा बल मिलकर इन ताकतों का मुकाबला कर रहे हैं और विकास कार्यों को बाधित नहीं होने देंगे।

डॉ. अंद्राबी ने युवाओं से आतंकवाद के जरिए तबाही की कोशिशों और शांति की ज़रूरत पर विचार सुने।
डिजिटल डेस्क, जागरण, श्रीनगर। “सूफियों और ऋषियों की धरती को इन आतंकवादियों और उनके अलगाववादी समर्थकों ने दशकों तक खून से लथपथ किया और जैसा कि हमने 2019 के बाद यहां शांति देखी, सीमा पार से आतंकी नेटवर्क ने हमारे देश के अंदर अपने राजनीतिक और सामाजिक समर्थकों और समर्थकों के साथ मिलकर फिर से डर और तबाही फैलाने के लिए अपने एंटी-सोशल और एंटी-नेशनल मॉड्यूल को फिर से बनाना शुरू कर दिया।
यह बात जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की चेयरपर्सन डॉ. सैयद दरख्शां अंद्राबी ने शोपियां दौरे के दौरान कही। अंद्राबी ने दिल्ली ब्लास्ट को जम्मू-कश्मीर की तरक्की में रुकावट डालने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं का मकसद इलाके की शांति और विकास को प्रभावित करना है।”
उन्होंने वहां गुडविल स्कूल बलपोरा में राष्ट्रीय राइफल्स (राजपूत) द्वारा आयोजित “सही रास्ता” यूथ वर्कशॉप में हिस्सा लिया, जिसमें पुलवामा और शोपियां जिलों से बड़ी संख्या में युवाओं ने हिस्सा लिया। डॉ. अंद्राबी ने युवाओं से बातचीत की और देश के दुश्मनों द्वारा आतंकवाद के जरिए तबाही की कोशिशों और शांति की ज़रूरत पर उनके विचार सुने।
राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के खिलाफ मजबूती से खड़ा होना होगा
डॉ. दरख्शां ने कहा, “हम सभी को किसी भी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के खिलाफ मजबूती से खड़ा होना होगा और आतंक के खिलाफ खुलकर बोलना होगा। आतंकवाद हमें बर्बाद करने की एक चाल है, सबको साथ लेकर चलने वाली शांति हमारी ताकत है।” उन्होंने कहा कि आतंकवाद से लड़ने में हमारे सशस्त्र बलों और पुलिस की भूमिका तारीफ के काबिल है।
किसी को कश्मीरियों को परेशान करने की इजाजत नहीं
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की मजबूत सरकार हमारे लोगों के खिलाफ ऐसी चालों का कड़ा जवाब देगी। एक सवाल के जवाब में, अंद्राबी ने कहा कि किसी को भी बाहर के मासूम कश्मीरियों को परेशान करने की इजाज़त नहीं दी जाएगी और किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है।
युवाओं से अपील करते हुए, अंद्राबी ने कहा कि हमारे ऋषियों और सूफियों की शांति और सबको साथ लेकर चलने की शिक्षाएं शांति और मेलजोल के लिए आगे का रास्ता हैं। अंद्राबी ने कहा, “शांतिपूर्ण माहौल में ही हम अपने युवाओं को बेहतर भविष्य देने का सपना देख सकते हैं।”

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