'कश्मीर में 90 के दशक का माहौल बनाने की हो रही साजिश', हजरतबल दरगाह बवाल पर फूटा BJP नेता का गुस्सा
भाजपा नेता अशोक कौल ने कहा कि कश्मीर में बेहतर होते हालात से निराश राजनीतिक दल नब्बे के दशक जैसा माहौल बनाने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने हजरतबल दरगाह में राष्ट्रीय प्रतीक को क्षति पहुंचाने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि यह उन्हीं दलों के इशारे पर हो रहा है जिन्होंने पहले भी कश्मीर के हालात बिगाड़े थे।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री अशोक कौल ने कहा है कि कश्मीर में बेहतर होते हालात से निराश राजनीतिक दल एक बार फिर नब्बे के दशक का माहौल बनाने की साजिशें कर रहे हैं।
हजरतबल दरगाह में आधारशिला पर राष्ट्रीय प्रतीक को क्षति पहुंचाने को एक दुर्भाग्यपूर्ण मामला करार देते हुए उन्होंने कहा कि यह उन राजनीतिक दलों के इशारे पर हो रहा है जिन्होंने नब्बे के दशक में कश्मीर के हालात को बिगाड़ा था।
मजबूर होकर कश्मीरी पंडितों को पलायन करना पड़ा था। कौल ने नेशनल कांफ्रेंस के प्रवक्ता तनवीर सादिक के ब्यानों का हवाला देते हुए कहा कि यह लोगों को उकसाने की राजनीति है। लोग अब गुमराह होने वाले नही हैं। ऐसी ही बातें कश्मीर में नब्बे के दशक में भी होती थी।
कश्मीर में सियासी लाभ के फिर कहा जा रहा है उपद्रव करने वाले बच्चे हैं। अब भी ऐसा करने वालों को शह दी जा रही है।
काैल ने कहा है कि आधारशिला पर राष्ट्रीय प्रतीक को क्षति पहुंचाना एक बहुत बड़ा अपराध है। इसे सही ठहराने वाले नेता लोगों के हितेशी नही है। कश्मीर में खुशहाली का दौर आ रहा है। बाजारों में रौनक है, क्रिकेट के मैदानों में रात के समय प्रतियोगिताओं में भीड़ उमड़ रही है।
बेहतर होते हालात से निराशा राजनीतिक दल माहौल खराब करने के लिए ऐसे काम करवा रहे हैं। दोषियों को बख्शा नही जाना चाहिए।
नेशनल कांफ्रेंस के प्रवक्ता तनवीर सादिक ने हजरतबल दरगाह में आधारशिला पर राष्ट्रीय प्रतीक को क्षति पहुंचाने वाले को समर्थन दिया है। उन्होंने कहा है कि इस्लाम में मूर्ति पूजा मंजूर नही है। दरगाह में आधारशिला रखना इस्लाम के खिलाफ है। हमारे धार्मिक स्थलों पर सिर्फ पवित्रता होनी चाहिए।
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