ईद के मौके पर क्यों बंद थी श्रीनगर की ये ऐतिहासिक मस्जिद? CM उमर अब्दुल्ला बोले- मुझे नहीं पता...
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ईद-उल-जुहा की मुबारकबाद दी और उम्मीद जताई कि यह ईद भारत और दुनिया के मुसलमानों के लिए बेहतर दिन लाएगी। उन्होंने श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद को बंद रखने पर दुख जताया और कहा कि सरकार को लोगों पर भरोसा करना चाहिए और मस्जिद में नमाज की अनुमति देनी चाहिए।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को सभी को ईद-उल-अजहा के मुबारक देते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह ईद भारत और दुनिया के मुसलमानों के लिए बेहतर दिन लेकर आएगी। अलबत्ता, उन्होंने ईद के मौके पर श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद को बंद रखे जाने पर खेद जताते हुए मस्जिद को बंद रखने के कारणों से अनभिज्ञता जताई।
आज हजरतबल दरगार में अपने पिता डॉ फारूक अब्दुल्ला और परिवार के अन्य सदस्यों संग नमाज-ए-ईद अदा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि ईद-उल-जुहा का यह मुबारक त्योहार भारत और दुनिया के मुसलमानों के लिए बेहतर दिन लेकर आएगी। मुझे उम्मीद है कि यह शांति लाएगी और भाईचारे के बंधन को मजबूत करेगी।
ऐतहासिक जामिया मस्जिद को ईद के अवसर पर बंद रखे जाने के सवाल पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आज जब हम , पूरी दुनिया के मुस्लिम ईद मना रहे हैं, कश्मीर की सबसे बड़ी और ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में नमाज-ए-ईद नहीं हुई है, उसे बंद रखा गया है। इसका मुझे निजी रूप से दुख है, यह खेदजनक है। मुझे इसे बंद रखने के फैसले के पीछे के कारणों का पता नहीं है, लेकिन हमें अपने लोगों पर भरोसा करना सीखना चाहिए।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद सबसे पहले कश्मीर के लोगों ने ही आवाज उठाई, उन्होंने आतंकियों की निंदा की, और उन्हें इस्लाम का दुश्मन बताया। एक दिन, सरकार को अपने नागरिकों पर भरोसा करना होगा। सरकार को ऐतिहासिक जामा मस्जिद में सामूहिक नमाज की अनुमति देने पर विचार करना चाहिए। इससे यहां विश्वास का वातावरण बनेगा।
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