कश्मीर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, तहरीके हुर्रियत, जेकेएनएफ के खिलाफ आरोपपत्र दायर; जानें क्या है आरोप
बारामुला पुलिस ने प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एनआइए अदालत में दो आरोपपत्र दायर किए हैं। पहला आरोपपत्र तहरीक-ए-हर्रियत के सदस्यों के खिलाफ है जिन पर अशांति फैलाने के आरोप हैं। दूसरा आरोपपत्र जम्मू-कश्मीर नेशनल फ्रंट (जेकेएनएफ) के सदस्यों के खिलाफ है जो अवैध गतिविधियों में शामिल हैं।

राज्य ब्यूरो, जागरण, श्रीनगर। प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई में तेजी के साथ उनकी नकेल कसने के अपने अभियान को आगे बढ़ाते हुए बारामुला पुलिस ने सोमवार को बारामुला स्थित एनआइए अदालत में दो आरोपपत्र दायर किए।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि इनमें एक आरोपपत्र एफआईआर नंबर 10/2024, धारा 10, 13 यूएपीए एक्ट, पट्टन पुलिस स्टेशन के तहत, प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-हर्रियत के सदस्यों के खिलाफ दायर किया गया है।
इसमें तहरीके हुर्रियत के सदस्यों के अवैध गतिविधियों में शामिल होने और इलाके में अशांति फैलाने के आरोप हैं। दूसरा आरोपपत्र एफआईआर नंबर 78/2024, धारा 10, 13, 23 यूएपीए एक्ट और 7/25A एक्ट, पट्टन पुलिस स्टेशन के तहत, प्रतिबंधित संगठन जम्मू-कश्मीर नेशनल फ्रंट (जेकेएनएफ) के सदस्यों के खिलाफ है।
यह आरोप-पत्र जेकेएनएफ अवैध और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए दायर किया गया है। जेकेएनएफ के चेयरमैन नईम खान वर्ष 2017 से टेरर फंडिंग के आरोप में तिहाड़ जेल में बंदहैं।
तहरीके हुर्रियत कश्मीर के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी का निधन हो चुका है जबकि अन्य प्रमुखनेता तिहाड़ जेल में बंद हैं।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि आरोपपत्रों के साथ संबधित संगठनो के विभिन्न नेताओं व काय्रकर्ताओं की राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के साक्ष्य भी प्रस्तुत किए गए हैं।
बड़गम पुलिस ने जिले भर के एसआईएम कार्ड विक्रेताओं का किया निरीक्षण
एसआईएम कार्ड के गलत इस्तेमाल को रोकने और आम लोगों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बड़गाम में जिले भर के एसआईएम कार्ड विक्रेताओं का व्यापक निरीक्षण किया। इस पहल का उद्देश्य एसआईएम कार्ड की बिक्री और एक्टिवेशन के लिए जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना था।
टेलीकॉम विभाग द्वारा निर्धारित केवाईसी नियमों, डॉक्यूमेंटेशन प्रक्रिया और विनियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए विशेष पुलिस टीमों को तैनात किया गया था। निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि एसआईएम कार्ड केवल उचित सत्यापन के बाद ही जारी किए जाएं और धोखाधड़ी की गतिविधियों को रोका जाए।
इस अभियान के दौरान, विक्रेताओं को अनिवार्य दिशा-निर्देशों की याद दिलाई गई, जिनमें विक्रेता और ग्राहक दोनों के लिए बायोमेट्रिक आधार सत्यापन, एसआईएम जारी करते समय ग्राहक की भौतिक उपस्थिति, वैकल्पिक नंबर की पुष्टि के बाद ही एक्टिवेशन, पहले से एक्टिव एसआईएम पर रोक, आउटलेट पर सीसीटीवी फुटेज का रखरखाव और इलेक्ट्रॉनिक बिलिंग प्रणाली शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जिले में सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत करने के लिए ऐसे अभियानों को और तेज करने और दूरसंचार अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
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