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    ईरान के इस्लामिक आजाद विश्वविद्यालय में कश्मीरी छात्रों पर शारीरिक हमला, एआईएमएसए ने की कार्रवाई की मांग

    By Raziya Noor Edited By: Rahul Sharma
    Updated: Tue, 16 Dec 2025 03:51 PM (IST)

    ईरान के इस्लामिक आजाद विश्वविद्यालय में कश्मीरी छात्रों पर शारीरिक हमले की खबर सामने आई है। इस घटना के बाद, एआईएमएसए ने तत्काल कार्रवाई की मांग की है। ...और पढ़ें

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    एसोसिएशन के अनुसार, प्रभावित छात्र गंभीर मानसिक तनाव में हैं और अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा को लेकर भयभीत हैं।

    जागरण संवाददाता, श्रीनगर। अखिल भारतीय मेडिकल छात्र संघ (एआईएमएसए) ने ईरान में भारतीय उच्चायोग से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है, क्योंकि तेहरान के इस्लामिक आजाद विश्वविद्यालय में कश्मीरी मेडिकल छात्रों पर कथित तौर पर शारीरिक हमला किया गया और उन्हें धमकी दी गई।

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    एफएआईएमएसए इंडिया की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और जम्मू-कश्मीर एआईएमएसए के उपाध्यक्ष ने घटना के बारे में ट्वीट कर लिखा.ईरान में जम्मू-कश्मीर के भारतीय मेडिकल छात्रों पर हमला हुआ।” एसोसिएशन के अनुसार, प्रभावित छात्र गंभीर मानसिक तनाव में हैं और अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा को लेकर भयभीत हैं।

    एसोसिएशन ने कहा कि इस घटना ने असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है, जिसका विश्वविद्यालय में पढ़ रहे भारतीय छात्रों की शैक्षणिक और व्यावसायिक गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

    तेहरान में भारतीय राजदूत को औपचारिक ज्ञापन में, एसोसिएशन ने कहा कि इस घटना में छठे सेमेस्टर के एक छात्र द्वारा भारतीय छात्रों पर हमला किया गया, जबकि संबंधित अस्पताल अधिकारियों के पास पहले ही शिकायत दर्ज कराई जा चुकी थी।

    एसोसिएशन ने कहा कि आधिकारिक रिपोर्टिंग के बावजूद यह हमला हुआ, जो परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करने में एक गंभीर चूक को दर्शाता है। एसोसिएशन के अनुसार, प्रभावित छात्र गंभीर मानसिक तनाव में हैं और अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा को लेकर भयभीत हैं।

    एसोसिएशन ने कहा कि इस घटना ने असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है, जिसका विश्वविद्यालय में पढ़ रहे भारतीय छात्रों की शैक्षणिक और व्यावसायिक गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

    एसोसिएशन ने भारतीय उच्चायोग से आग्रह किया है कि वह विश्वविद्यालय प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों के साथ इस मामले को तुरंत उठाए, भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और घटना की निष्पक्ष और तटस्थ जांच में सहायता करे।