Jammu Kashmir News: भोले बाबा के भक्तों की सुरक्षा करेंगी 581 अर्धसैन्य बलों की कंपनियां, 30 जून तक होगी तैनाती
श्री अमरेश्वर धाम यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए अर्धसैनिक बलों की 581 कंपनियां तैनात की जा रही हैं जिनमें से 156 पहले से ही जम्मू-कश्मीर में हैं। यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था 30 जून तक पूरी हो जाएगी। सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन जैसी आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह वार्षिक तीर्थयात्रा 3 जुलाई से 9 अगस्त तक चलेगी।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। श्री अमरेश्वर धाम की तीर्थयात्रा को सुरक्षित, शांत और विश्वासपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने के लिए केंद्रीय अर्धसैन्यबलों की 581 कंपनियां तैनात की जा रही हैं। इनमें 156 पहले से ही जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं। शेष 425 कंपनियां 10 जून तक जम्मू-कश्मीर में पहुंच जाएंगी।
यात्रा मार्ग पर सुरक्षाबलों की तैनाती का क्रम 30 जून तक पूरा कर लिया जाएगा। इस बार भी सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन, खोजी कुत्तों और आरएफआइडी बैंड समेत अत्याधुनिक तकनीक का भी पूरा प्रयोग किया जा रहा है। समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित श्री अमरेश्वर धाम जिसे श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा पुकारा जाता है, की वार्षिक तीर्थयात्रा तीन जुलाई से नौ अगस्त तक जारी रहेगा।
बता दें कि श्री अमरेश्वर धाम की तीर्थयात्रा 1990 से ही आतंकियों के निशाने पर रही है। कई बार आतंकी संगठनों ने इस तीर्थयात्रा पर पाबंदी लगाने का एलान किया है। कई बार वह तीर्थयात्रयिों को निशाना बना चुके हैं। पहलगाम हमले के बाद से प्रशासन तीर्थयात्रा की सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक नहीं चाहता। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि गृहमंत्रालय ने तीर्थयात्रा के सुरक्षा कवच को सुनिश्चित बनाने के लिए पुलिस और प्रदेश सरकार द्वारा भेजे प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है।
इसी प्रस्ताव पर प्रदेश प्रशासन और पुलिस को जम्मू-कश्मीर में पहले से तैनात अर्धसैन्यबलों की विभिन्न कंपनियों में से 156 कंपनियों को यात्रा के सुरक्षा कवच में शामिल करने को प्राधिकृत किया है। इनमें सीआरपीएफ की 91 ,एसएसबी की 30, सीआइएसएफ की 15, बीएसएफ की 13 और आइटीबीपी की सात कंपनियां हैं।
गृहमंत्रालय ने देश के अन्य भागों से केंद्रीय अर्धसैन्यबलों की 425 और कंपनियां भेजने का निर्णय लिया है। इनमें बीएसएफ की 130, सीआरपीएफ की 128,एसएसबी की 67,आइटीबीपी की 55 और सीआइएसएफ की 45 कंपनियां शामिल हैं। प्रदेश में बाहर से यात्रा ड्यूटी के लिए आ रही सीआरपीएफ की 128 कंपनियों में पांच महिला कंपनियां हैं।
संबंधित अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ के महानिदेशक जीपी सिंह ने गत मंगलवार को कश्मीर में सीआरपीएफ की आपरेशनल तैयारियों का जायजा लेने के अलावा श्री अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा कवच में सीआरपीएफ की भूमिका पर संबंधित अधिकारियों के साथ रणनीति को अंतिम रूप दिया है। बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी इन दिनों जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। वह भी विभिन्न इलाकों में बीएसएफ की गतिविधियों का जायजा रहे हैं।
अर्धसैन्यबलों को जम्मू में और यात्रा मार्ग पर विभिन्न आधार शिविरों व पहलगाम से पवित्र गुफा और बालटाल से पवित्र गुफा तक की सुरक्षा का ही जिम्मा प्रमुख रूप से सौंपा जाएगा। जम्मू-कश्मीर में पहले से मौजूद जिन अर्धसैन्यबलों को यात्रा ड्यूटी के लिए भेजा जाएगा, उनके स्थान पर विशेषकर महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए स्टेटिक सिक्योरिटी ड्यूटी में भी अन्य राज्यों से आने वाली टुकड़ियों को लगाया जाएगा।
केंद्रीय अर्धसैन्यबलों के साथ सेना भी सहयोग करेगी। राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) की विभिन्न टुकड़ियां घाटी में और श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग के आसपास के वनीय और पर्वतीय इलाकों में सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगी। कुछ विशेष क्षेत्रों की सुरक्षा का जिम्मा भी राष्ट्रीय राइफल्स का रहेगा। सुरक्षाबलों की तैनाती की प्रक्रिया अगले माह सात जून से शुरू हो जाएगी। इसे 25 जून तक पूरा कर लिया जाएगा।
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