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    Amarnath Yatra 2025: तीर्थ यात्रियों की घाटी में आमद से स्थानीय लोगों की आई जान में जान, इसबंध जला किया भव्य स्वागत

    Updated: Thu, 03 Jul 2025 05:19 PM (IST)

    श्रीनगर में अमरनाथ यात्रा शुरू होने पर स्थानीय लोगों ने तीर्थयात्रियों का भव्य स्वागत किया। बैसरन घटना के बाद यात्रा शुरू होने से लोगों ने राहत की सांस ली। श्रद्धालुओं का फूलों और मिठाइयों से स्वागत किया गया। स्थानीय लोगों ने कश्मीर को सुरक्षित बताया और सद्भाव का संदेश दिया। अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का आश्वासन दिया।

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    Amarnath Yatra 2025: तीर्थ यात्रियों की घाटी में आमद से स्थानीय लोगों के खिले चेहरे। फोटो जागऱण

    जागरण संवाददाता, श्रीनगर। धड़कते दिलों के साथ श्री अमरनाथ जी की यात्रा की प्रतीक्षा करने वाले स्थानीय लोगों के कानों में जब भक्तों को लेकर आने वाले वाहनों की आवाजें गूंजीं तो उनके होठों से बेतहाशा शुक्र अल्लाह का शब्द निकला। क्योंकि बैसरन घटना से उत्पन्न स्थिति के चलते यहां पर्यटन के साथ-साथ तकरीबन हर औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े लोगों की अजीविका बुरी तरह से प्रभावित हो चुकी थी।

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    लिहाजा उनमें से अधिकांश की नजरें अब इस यात्रा पर ही टिकी हुई थीं। विशेषकर उन लोगों के लिए जो इस यात्रा के दौरान प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अपना रोजगार कमाते हैं। ऐसे में अमरनाथ यात्रियों की घाटी आमद से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली।

    श्रद्धालुओं का गर्मजोशी, परंपरा और उत्सव के साथ स्वागत किया और सड़कों पर कतारें लगाकर उनका स्वागत किया। फूलों की पंखुड़ियां बरसाईं, मिठाइयां बांटीं और इसबंद जला (घाटी में किसी भी शुभ अवसर जैसे शादी, बच्चे का जन्म, किसी के पास होने की खुशी आदि के मौसम पर कांगड़ी में जंगली रूई के बीज जलाए जाते हैं) अपने मेहमानों का स्वागत किया।

    कश्मीर पूरी तरह सुरक्षित

    पोनी ऑपरेटर, कैब ड्राइवर, होटल व्यवसायी, पर्यटक गाइड और दुकानदार भी स्वागत प्रयास में शामिल हुए। काजीगुंड के एक बुजुर्ग निवासी गुलाम हसन ने कहा, हम यात्रियों का खुले हाथों से स्वागत करते हैं और उनके शांतिपूर्ण और सुरक्षित तीर्थयात्रा की कामना करते हैं। देश भर से लोगों को पर्यटन और तीर्थयात्रा के लिए यहाँ आना चाहिए। कश्मीर बिल्कुल सुरक्षित है - चिंता की कोई बात नहीं है।

    एक अन्य स्थानीय निवासी रुबीना ने कांगड़ी (पारंपरिक अग्नि पात्र) ले रखी थी “उन्हें बिना किसी डर के आने दीजिए- हम उनकी सहायता के लिए यहां हैं। बाद में, वार्षिक तीर्थयात्रा के मुख्य आधार शिविरों में से एक पहलगाम में स्थानीय लोग फिर बड़ी संख्या में आए और तीर्थयात्रियों को पानी, जूस, नाश्ता और कोल्ड ड्रिंक पिलाए।

    सद्भाव और आतिथ्य के मूल्यों को बरकरार रखा

    यात्रा के नोडल अधिकारी राहुल यादव, अनंतनाग के डिप्टी कमिश्नर सैयद फखरुद्दीन हामिद और एसएसपी अमृतपाल सिंह तीर्थयात्रियों का स्वागत करने वालों में शामिल थे। स्थानीय कार्यकर्ता मुश्ताक ने कहा, तीर्थयात्रियों की सुविधा और देखभाल सुनिश्चित करने के लिए विशेष पहलगाम अलायंस का गठन किया गया है। यह कश्मीरियत के दुश्मनों के लिए एक संदेश है जो हमें विभाजित करना चाहते हैं। हमने हमेशा सद्भाव और आतिथ्य के मूल्यों को बरकरार रखा है।

    उत्तर प्रदेश के तीर्थयात्री अंजली ने कहा कि वह स्वागत से अभिभूत हैंlश्रद्धालु अंकित ने भी यही भावना दोहराई। हर किसी को यह गर्मजोशी देखनी चाहिए। हम यहां शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करने आए हैं। हमें उम्मीद है कि भोलेनाथ हमारी प्रार्थना सुनेंगे।

    सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

    दिल्ली के एक श्रद्धालु रंजन ने अनंतनाग के पास स्कूली बच्चों की जय-जयकार करते हुए कहा, यह किसी त्यौहार जैसा लगता है। शीर्ष पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। हमने सुरक्षा बलों को तैनात किया है, सीसीटीवी निगरानी स्थापित की है और नियमित रूप से सड़क साफ करने और क्षेत्र की सफाई कर रहे हैं।

    हर तीर्थयात्री की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, अधिकारियों ने कहा। हम सेना, सीआरपीएफ और पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं, आवास और यातायात विनियमन सहित सभी सुविधाओं की चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है।