अनुच्छेद 370 की समाप्त के बाद जम्मू कश्मीर में खिलाड़ियों को नई ऊर्जा मिली
पहले जम्मू कश्मीर में साल में दो-तीन लाख खिलाड़ियों को ही खेलने का अवसर मिलता था। अब बीते साल 17 लाख से ज्यादा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला। इस वर्ष 35 लाख खिलाड़ियों को प्रदेश में विभिन्न खेलों में खेलने का मौका मिलेगा।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि 2019 में अनुच्छेद 370 की समाप्त के बाद जम्मू कश्मीर विकास व खुशहाली के नए रास्ते पर चल पड़ा है। खेल ढांचे को नया आकार और खिलाड़ियों को नई ऊर्जा मिली है। जम्मू कश्मीर के युवाओं के सपने पूरा करने के लिए केंद्र सरकार के सहयोग से प्रदेश प्रशासन हर असंभव को संभव बना रहा है। उपराज्यपाल ने मंगलवार को श्रीनगर के एसके इंडोर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स स्टेडियम में 28वीं राष्ट्रीय मास्टर्स टेबल टेनिस प्रतियोगिता के उद्घाटन किया। जम्मू कश्मीर खेल परिषद और इंडियन वेटर्न टेबल टेनिस कमेटी के सहयोग से जम्मू कश्मीर टेबल टेनिस एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में 28 राज्यों, आठ केंद्र शासित प्रदेशों और अन्य संस्थानों के एक हजार खिलाड़ी व अधिकारी भाग ले रहे हैं। उपराज्यपाल ने कहा कि पहले यहां इस तरह के आयोजन संभव नहीं थे। इस वर्ष यहां 13 बड़े राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताएं होंगी। इसमें देशभर के करीब 11 हजार खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि पहले जम्मू कश्मीर में साल में दो-तीन लाख खिलाड़ियों को ही खेलने का अवसर मिलता था। अब बीते साल 17 लाख से ज्यादा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला। इस वर्ष 35 लाख खिलाड़ियों को प्रदेश में विभिन्न खेलों में खेलने का मौका मिलेगा। देश में खेल के एक नए युग का सूत्रपात करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार जताते हुए सिन्हा ने कहा कि पहली बार देश में खेल और खिलाड़ियों को संसाधन, सम्मान और समर्थन मिल रहा है। जम्मू कश्मीर में भी वर्ष 2019 के बाद ऐसा ही बदलाव देखने को मिल रहा है। बीते तीन वर्ष में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों की दुनिया में जम्मू कश्मीर एक नए खेल केंद्र के रूप में उभरा है। प्रत्येक युवा प्रतिभा तक खेल परिषद की पहुंच
उपराज्यपाल ने कहा कि प्रदेश ने खेल और खेल के अवसरों को प्राथमिकता में रखा है। आज प्रदेश में प्रत्येक युवा प्रतिभा तक खेल परिषद अपनी पहुंच बना रही है। क्रिकेट, फुटबाल, बैडमिटन, जूडो, वुशु, टेनिस, रग्बी, हाकी, जिमनास्टिक, टेबल टेनिस या फिर लान टेनिस समेत विभिन्न खेलों में हमारे पास बेहतर कोचिग और ढांचागत सुविधाएं हैं। स्थानीय खिलाड़ियों के भविष्य को सुरक्षित और बेहतर बनाने के लिए इस वर्ष जनवरी में एक खेल नीति लागू की गई है। पहले यहां राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए कोई स्पष्ट नीति नहीं थी, हमने उनके लिए नकद पुरस्कार और सरकारी नौकरियां सुनिश्चित की हैं। हर जिले में इंडोर खेल परिसर
खेल परिषद ने खेल संस्कृति विकसित करने के लिए माई यूथ-माई प्राइड कार्यक्रम भी शुरू किया है। इसके तहत 53 खेल संगठनों की मदद से पांच लाख खिलाड़ियों को प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। कश्मीर में फीफा के मानकों के अनुरूप बख्शी स्टेडियम और जम्मू में आइसीसी के मानकों के अनुरूप एमए स्टेडियम बनाया गया है। आज प्रदेश के हर जिले में एक बहुद्देश्यीय इंडोर खेल परिसर है। एक हजार खिलाड़ी हुनर दिखा रहे श्रीनगर में
उपराज्यपाल के सलाहकार आरआर भटनागर ने बताया कि राष्ट्रीय मास्टर्स टेबल टेनिस प्रतियोगिता में 140 महिलाओं समेत एक हजार खिलाड़ी भाग रहे हैं। इनमें आठ खिलाड़ियों की आयु 80 वर्ष से ज्यादा है। देश के विभिन्न हिस्सों से आए यह खिलाड़ी 30 अलग-अलग वर्गो में खेलेंगे। वहीं, उपराज्यपाल ने मास्टर्स प्रतियोगिता में भाग लेने आए वरिष्ठ खिलाड़ियों के जोश की सराहना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनके अनुभव और ऊर्जा से नई पीढ़ी सीख लेगी। उन्होंने वरिष्ठ खिलाड़ियों को शाल भेंट कर सम्मानित भी किया।
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