पहलगाम में 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला से दुष्कर्म, मामले को लेकर लोगों में आक्रोश; बोले- यह कश्मीरियत पर दाग है
पहलगाम में एक महिला पर्यटक के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है जिसकी व्यापक रूप से निंदा हो रही है। बुद्धिजीवियों ने इस घटना को कश्मीरियत और मेहमाननवाजी की संस्कृति पर धब्बा बताया है। उन्होंने आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग की है और मामले की गहन जांच की अपील की है ताकि पीड़िता को इंसाफ मिल सके।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर। पहलगाम में महाराष्ट्र की एक महिला पर्यटक से दुष्कर्म के मामले ने एक बार फिर घाटी को चकित कर दिया है। मामले की हर तरफ निंदा हो रही है। हर कोई इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले आरोपित को कड़ी सजा देने की मांग कर रहा है।
दैनिक जागरण ने इस संबंध में कई बुद्धजीवियों से बातचीत की, जिन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए अपनी प्रतिक्रिया कुछ इस तरह से व्यक्त की। सभी ने घटना को कश्मीरियत और यहां की मेहमाननवाजी की श्रेष्ठ संस्कृति पर दाग बताया।
बता देते हैं कि मामला दो महीना पुराना है और बैसरन घटना से चंद दिन पहले पहलगाम में घटा। जानकारी के अनुसार वहां स्थित चिनार इन होटल में महाराष्ट्र की एक 70 वर्षीय महिला पर्यटक जो कि अपने परिवार के साथ घाटी घूमने आई थी, को उस समय जुबैर अहमद भट नामक एक व्यक्ति ने अपनी वासना का शिकार बनाया था जब वह महिला अपने होटल कमरे में अकेली थी।
इस तरह की घटना निंदनीय है। हमारी यह कश्मीर घाटी ऋषियों व मुनियों की घाटी है। यहां ऐसी शर्मनाक वारदात नहीं होनी चाहिए। अब अगर कोई ऐसी हरकत करता है तो उसे ऐसी सजा दी जानी चाहिए ताकि दूसरे लोग इस तरह के काम करने से पहले हजार बार सोचें। मामले की हर स्तर पर जांच होनी चाहिए।
-जरीफ अहमद जरीफ, साहित्यकार, कवि
घटना निंदनीय है। ऐसा जघन्य अपराध करने वाले व्यक्ति के लिए हम फांसी की सजा की मांग करते हैं। समाज में ऐसे लोगों जो मां-बहनों के साथ ऐसा व्यवहार करते है, मामूली सजा दें, आजाद छोड़ दें तो वह कल समाज में नासूर बन जाएंगे। हमें इस घोर अपराध के खिलाफ अपनी आवाज उठानी चाहिए और मामले की और गहराई से छानबीन कराने की मांग करनी चाहिए। आरोपित ने अपनी मां की उम्र की औरत को नहीं बख्शा तो उसने इससे पहले कितनी मां-बेटियों को अपनी हवस का शिकार बनाया होगा।
-उवैस शफी, समाज सेवी
आरोपित को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए ताकि पीड़ित महिला को इंसाफ मिल सके। हमारा समाज मेहमाननवाजी के लिए मशहूर है ना कि हमारे यहां बतौर मेहमान आई मां-बहनों की इज्जत को तार-तार करने के लिए। हम अपने समाज में इस तरह की घटनाओं को होने नहीं देंगे और जिस किसी ने ऐसी कोशिश की, उसे सजा दिलवाने के लिए हम अपनी आवाज बुलंद करेंगे।
-एजाज काशानी, समाजसेवी
यह इंसानियत व कश्मीरियत दोनों के लिए अफसोसनाक है। इस घटना ने एक बार फिर कश्मीरियों की छवि को दागदार कर दिया है। हालांकि हम कश्मीरी अपने मेहमानों के लिए अपनी जान तक दांव पर लगा देते हैं और बैसरन घटना में हमारे भाई आदिल हुसैन शाह ने यह करके भी दिखाया। कहते हैं कि एक मछली सारे तालाब को दूषित कर देती है। ऐसा ही कुछ पहलगाम में हमारी मेहमान टूरिस्ट के साथ किया गया। हमारी मांग है कि जुर्म साबित होने पर आरोपित को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
-बाबर चौधरी, अध्यक्ष, कश्मीर होटल्स एंड एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन
घटना जितनी दुखद है, उससे भी दुखद यह बात है कि इस घटना के बारे में अभी तक किसी को पता नहीं चल पाया। मुझे इस बारे में कल पता चला। सवाल यह है कि मामले को क्यों दबाया गया और किन लोगों ने इतने गंभीर मामले को अभी तक दबाए रखा। इसकी जांच होनी चाहिए।
-मोहम्मद यासीन खान, चेयरमैन, कश्मीर इकोनामिक अलायंस
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