अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए श्रद्धालुओं को नहीं होगी परेशानी, पहलगाम रूट पर उपलब्ध होंगे 5000 घोड़े वाले
पहलगाम मार्ग पर 5000 घोड़े और खच्चर अमरनाथ यात्रियों को पवित्र गुफा तक ले जाएंगे। बालटाल में लगभग 4910 घोड़े और खच्चर पंजीकृत हैं। पहलगाम में गुफा तक पहुंचाने का खर्च 8000-85000 रुपये है जबकि बालटाल में 5000-7000 रुपये है। इस यात्रा से लगभग डेढ़ से दो लाख लोगों की आजीविका चलती है। यात्रा मार्गों पर काम करने वाले लोगों की औसत आय 50 से 70 हजार तक होती है।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर। पहलगाम रूट में 5,000 घोड़े व खच्चर श्रद्धालुओं को पवित्र गुफा तक पहुंचाने के लिए उपलब्ध होंगे। यह यात्रा पहलगाम और बालटाल दोनों स्थानों से की जा सकती है। पहलगाम में पवित्र गुफा तक पहुंचाने के लिए 5,000 घोड़े और खच्चर वाले सेवाएं देंगे। इनमें 1900 लोग पंजीकृत हैं। बाकी की स्क्रीनिंग चल जारी है।
पवित्र गुफा तक पहुंचाने तथा वहां से वापस नुनवन आधार शिविर तक लाने के लिए प्रति श्रद्धालु को 8000-85000 रुपये अदा करना पड़ता है। तीर्थयात्रियों को पवित्र गुफा तक पहुंचाने तथा वहां से वापस ले जाने में 6-8 घंटे लगते हैं। तो ऐसे में एक दिन में घोड़े वाले एक ही श्रद्धालु को पवित्र गुफा तक पहुांचा तथा वहां से वापस लाता है।
बालटाल में 4,910 पंजीकृत घोड़े तथा खच्चर वाले उपलब्ध हैं। जबकि पालकीवालों की संख्या 436 है। पवित्र गुफा तक पहुंचाने और वहां से वापस लाने के लिए प्रति श्रद्धालु को पांच से 7000 रुपये देने पड़ते हैं। कुल दोनों यात्रा मार्गों पर इस पवित्र यात्रा के दौरान प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर डेढ़ से दो लाख लोग जिनमें मजदूर से लेकर, अस्थायी दुकानदार,घोड़े,पालकी व टट्टू वाले शामिल हैं।
अपनी आजीविका कमाते हैं। यात्रा अवधि के दौरान दोनों यात्रा मार्गों पर काम करने वाले उक्त लोगों की औसतन 50 से 70 हजार तक होती है। पौनी आनर्स एसोएिशन पहलगाम के प्रधान वहीद अहमद लोन ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए किराया सरकार की ओर से निर्धारित किया गया है। कोई भी मनमाने दाम न वसूले।
डीजीपी ने अनंतनाग में सुरक्षा समीक्षा बैठक की पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात ने अनंतनाग में रेंज पुलिस मुख्यालय पर उच्च-स्तरीय संयुक्त सुरक्षा समीक्षा बैठक की। विशेष डीजीपी समन्वय एसजेएम गिलानी, आईजीपी सुरक्षा सुजीत कुमार, और अन्य अधिकारियों के साथ यात्रा मार्ग पर पहलगाम और उसके आसपास के प्रमुख क्षेत्रों का दौश्रा किया। डीजीपी ने नुनवान और चंदनवाड़ी में बेस यात्रा कैंपों का निरीक्षण कर सुरक्षा ऑडिट किया और तैनाती और व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

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