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    मुगल रोड से रवाना हुए 2200 ट्रक, कश्मीर से आज छोड़े जाएंगे फलों से लदे वाहन, उधमपुर-जम्मू जाने की अनुमति नहीं

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 10:41 AM (IST)

    श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बारिश और भूस्खलन से हुए नुकसान के बाद कश्मीर से जम्मू के लिए हल्के मोटर वाहनों और फलों से लदे ट्रकों को 17 सितंबर को छोड़ने का निर्णय लिया गया है। यह अनुमति मौसम और सड़क की स्थिति पर निर्भर करेगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बीच हुई बैठक में इस पर चर्चा हुई।

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    मुगल रोड से रवाना हुए 2200 ट्रक, कश्मीर से आज छोड़े जाएंगे फलों से लदे वाहन (जागरण फोटो)

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। बारिश और भूस्खलन से क्षतिग्रस्त श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार को कश्मीर से जम्मू के लिए पहले हल्के मोटर वाहनों को और उनके बाद फलों से लदे ट्रकों को छोड़ा जाएगा। अलबत्ता, यह मौसम और सड़क की स्थिति पर निर्भर करेगा, लेकिन जम्मू व उधमपुर से श्रीनगर के लिए वाहनों की रवानगी की अनुमति नहीं होगी।

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    यह निर्णय मंगलवार को केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बीच हुई बैठक में चर्चा के आधार पर लिया गया है।

    इस बीच, कश्मीर के मंडलायुक्त कश्मीर अंशुल गर्ग ने अगलर शोपियां फलमंडी व मुगल रोड पर पीर की गली का दौरा कर मुगल रोड के रास्ते फलों के ट्रकों की आवाजाही का जायजा लिया।

    2200 ट्रक निकले हैं

    मुगल रोड से मंगलवार को 2200 ट्रक निकले हैं। यातायात पुलिस महानिरीक्षक सुलेमान चौधरी ने बताया कि 17 सितंबर को कश्मीर से जम्मू की तरफ हल्के मोटर वाहनों को, उनके पीछे फलों से लदे ट्रकों को छोड़ा जाएगा, लेकिन यह सब मौसम और सड़क की स्थिति पर निर्भर करेगा।

    कश्मीर से जम्मू की तरफ जाने वाले सभी हल्के मोटर वाहनों नवयुग सुरंग (काजीगुंड की ओर) से सुबह छह बजे से 11 बजे के बीच मौसम ठीक रहने और सड़क साफ होने पर हल्के मोटर वाहनों को अनुमति दी जाएगी।

    बागवानी उद्योग को हो रहा भारी नुकसान

    उल्लेखनीय है कि हाईवे बंद होने के कारण कश्मीर में जहां जरूरी वस्तुओं को अभाव हुआ है, वहीं कश्मीर से देश के अन्य भागों के लिए सेब व अन्य फलों का निर्यात लगभग बंद हो गया है। इससे कश्मीर में बागवानी उद्योग से जुड़े लोगों को भारी नुकसान हो रहा है।

    इससे लेागों में जबरदस्त रोष पैदा हो रहा है। एनएचएआइ, जम्मू के महाप्रबंधक और क्षेत्रीय अधिकारी के अनुसार ऊधमपुर के थरड़ में 300 मीटर लंबे हिस्से पर मिट्टी हटाने का काम चल रहा है।

    उन्होंने बताया कि बार-बार मिट्टी हटाने का काम करना पड़ रहा है,क्योंकि मौसम पूरी तरह अनुकूल नहीं है। इसके अलावा ब्लैकटापिंग भी की जानी है।