सुंदरबनी में आवारा कुत्तों का आतंक, स्कूल जाने वाले बच्चों पर बढ़ते हमलों ने बढ़ाई अभिभावकों की चिंता
सुंदरबनी में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है, खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों पर हमलों की घटनाओं में वृद्धि हुई है। इससे अभिभावकों में चिंता बढ़ गई है औ ...और पढ़ें

सुंदरबनी के लोगों ने मांग की कि आवारा कुत्तों को पकड़ा जाए और उन्हें सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाए।
संवाद सहयोगी, सुंदरबनी। उपनगर क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। मुख्य बाज़ार, बस स्टैंड और रिहायशी इलाकों में सुबह-शाम घूम रहे आवारा कुत्तों के झुंड लोगों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बने हुए हैं।
स्कूल जाने वाले बच्चों, बुजुर्गों और सुबह-सवेरे टहलने वालों पर कई बार हमला करने की घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान अब तक नहीं हो पाया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार नगरपालिका प्रशासन को शिकायत दी गई, पर कार्रवाई न के बराबर दिख रही है। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि आवारा कुत्तों के बढ़ते झुंडों पर नियंत्रण नहीं किया गया तो किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।
इस संबंध में ईओ नगरपालिका दिलीप कुमार ने बताया कि नगरपालिका प्रशासन समस्या से पूरी तरह वाकिफ है और जल्द ही शहर में डॉग कैचिंग अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि टीम को निर्देश दिए गए हैं कि संवेदनशील इलाकों में प्राथमिकता के आधार पर आवारा कुत्तों को पकड़ा जाए और उन्हें सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जाए।
साथ ही नगर क्षेत्र में सफाई व्यवस्था और कूड़े के ढेर हटाने के लिए भी तेज़ी से काम किया जा रहा है, ताकि कुत्तों को भोजन के स्रोत कम मिलें और उनकी संख्या पर स्वाभाविक नियंत्रण रहे।
ईओ ने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि कोई भी नागरिक आवारा कुत्तों को खुले में खाना न डालें, जिससे उनका झुंड बढ़ता है। जल्द ही नगरपालिका एक जनजागरूकता अभियान भी शुरू करेगी, ताकि शहर को आवारा कुत्तों के आतंक से राहत मिल सके। उन्होंने बताया कि हमारे पास कुत्तों को पकड़ने की पर्याप्त कोई बंदोबस्त नहीं है फिर भी जल्द अभियान को जलाया जाएगा।

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