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    Jammu News: जर्जर इमारत में तैनात पुलिसकर्मी , खतरे में जान; प्रशासन बना मौन दर्शक

    Updated: Mon, 18 Aug 2025 04:25 PM (IST)

    सुंदरबनी में ट्रेजरी ऑफिस के सुरक्षाकर्मियों की जान खतरे में है। जर्जर इमारत में रहने को मजबूर ये पुलिसकर्मी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इमारत की हालत खस्ता है दीवारों में दरारें हैं और छत से प्लास्टर गिरता है। स्थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों ने प्रशासन से सुरक्षित आवास की मांग की है। ट्रेजरी ऑफिसर ने उच्च अधिकारियों से बात कर समस्या का समाधान करने की बात कही है।

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    इस जर्जर इमारत में तैनात हैं पुलिसकर्मी, खंडहर जैसी हो चुकी है इमारत

    संवाद सहयोगी, सुंदरबनी। ट्रेजरी ऑफिस में तैनात सिक्योरिटी ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों की जान खतरे में है। उन्हें जिस इमारत में ठहरने के लिए जगह दी गई है, उसकी हालत बेहद खस्ता हो चुकी है। दीवारों में दरारें, छत से झड़ते प्लास्टर और बारिश के दिनों में टपकता पानी किसी बड़े हादसे को न्योता दे रहे हैं।

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    समाजसेवी राजकुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में पुलिसकर्मियों को जनता की सुरक्षा का प्रहरी माना जाता है, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि जो पुलिसकर्मी लोगों की सुरक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं उनकी खुद की सुरक्षा का जिम्मेदार कौन है।

    खंडहर जैसी हो चुकी है इमारत 

    सुंदरबनी ट्रेजरी ऑफिस में तैनात सिक्योरिटी के लिए पुलिस कर्मियों को जिस इमारत में ठहराया गया है, उसकी हालत जर्जर होकर खंडहर जैसी हो चुकी है। मैं कभी भी गिर सकती है और कोई बड़ा हादसा हो सकता है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इतनी जर्जर इमारत होने के बावजूद प्रशासन ने अब तक कोई सुध नहीं ली। बार-बार शिकायत और सुरक्षा की मांग उठाए जाने के बाद भी अधिकारियों की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है।

    स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो यह लापरवाही किसी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकती है। पुलिसकर्मी भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं लोगों का कहना है कि जो जनता की सुरक्षा के लिए ड्यूटी निभा रहे हैं, लेकिन उनकी अपनी सुरक्षा भगवान भरोसे है।

    स्थानीय लोगों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि उन्हें सुरक्षित ठिकाना उपलब्ध कराया जाए और जर्जर इमारत की मरम्मत या नई बिल्डिंग का प्रावधान किया जाए। लोगों का कहना है कि लापरवाही बरती गई तो कभी भी गंभीर दुर्घटना घट सकती है। यह मामला न सिर्फ जम्मू-कश्मीर प्रशासन बल्कि पूरे देश के लिए गंभीर चेतावनी है कि सुरक्षा बलों को अगर ऐसी परिस्थितियों में काम करना पड़े तो यह व्यवस्था पर बड़ा प्रश्नचिह्न है।

    क्या कहती है ट्रेजरी ऑफिसर 

    विक्रम ज्योति ट्रेजरी ऑफिसर सुंदरबनी ने बताया कि यह सच है कि उनकी इमारत की हालत खराब है। मैं जब ज्वाइन किया था पहले ही दिन पुलिस कर्मियों से इमारत को लेकर बातचीत हुई थी। उच्च अधिकारियों से बातचीत कर जल्द इस मसले को हल किया जाएगा।