राजौरी में हिंदू बच्ची का कलमा पढ़ने का वीडियो वायरल, पिता बोले- 'जान को खतरा, मामले को दबाने का हो रहा प्रयास'
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक हिंदू लड़की का कलमा पढ़ने का वीडियो वायरल होने से विवाद हो गया है। लड़की के पिता ने धर्मांतरण और जान से मारने की धमकी का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस पर मामले को दबाने का भी आरोप लगाया है। हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।

पुलिस मामले की जांच कर रही है।
संवाद सहयोगी, सुंदरबनी। कालाकोट के पजनारा स्थित स्टार इंस्टीट्यूट स्कूल ऑफ एजुकेशन में पढ़ने वाली हिंदू बच्ची का कलमा पढ़ते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला गंभीर हो गया है।
वीडियो सामने आने के बाद अभिभावकों, स्थानीय ग्रामीणों तथा विभिन्न संगठनों में रोष फैल हुआ है विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल प्रतिनिधियों ने इस मामले को लेकर मंगलवार को सुंदरबनी में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें कई गंभीर आरोप लगाए गए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद बच्ची के पिता सुरजीत सिंह ने दावा किया कि उन पर मामले को रफा-दफा करने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें राजौरी बुलाकर एक एफिडेविट पर साइन करने के लिए कहा गया है, ताकि मामला शांत हो सके। सुरजीत सिंह के अनुसार यह सिर्फ शैक्षिक अनुशासन का प्रश्न नहीं बल्कि उनके परिवार की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा बन गया है।
उन्होंने आशंका जताई कि उनकी बच्ची और परिवार को जान का खतरा हो सकता है। वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में विश्व हिंदू परिषद के अमित कुमार, तरुण वर्मा और रोहित शर्मा ने आरोप लगाया कि स्कूल में अलग-अलग धर्मों के बच्चे पढ़ते हैं, परंतु किसी भी बच्चे को किसी विशेष धर्म का धार्मिक पाठ पढ़ाना बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है।
बच्चे ला इलाहा इलल्लाह धारा प्रवाह बोलने लगे हैं
उन्होंने बताया कि कुछ अभिभावकों ने यहां तक दावा किया कि उनके बच्चे ला इलाहा इलल्लाह मुहम्मदुर रसूल अल्लाह धारा प्रवाह बोलने लगे हैं, जिससे अभिभावकों में गहरी चिंता पैदा हो गई है। अमित कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल में धार्मिक पाठ पढ़ाने जैसे गंभीर मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि स्कूल प्रशासन और संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती, तो आने वाले दिनों में हिंदू संगठन सड़क पर उतरकर शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा जैसे पवित्र संस्थान में किसी प्रकार का धार्मिक प्रभाव थोपने का प्रयास बेहद चिंताजनक है। उन्होंने आरोप लगाया कि कहीं न कहीं स्कूलों में मदरसे जैसी गतिविधियां शुरू करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। VHP सदस्यों ने यह भी दावा किया कि एक अन्य स्कूल लक्ष्मी पब्लिक स्कूल में भी इसी तरह की गतिविधियों का एक वीडियो सामने आया है, जिसकी जांच आवश्यक है।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाए
टीम सदस्यों ने ग्रामीणों और संगठनों के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि मामले की पूरी जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने प्रशासन से स्कूल की मान्यता रद्द करने और संबंधित मौलवी व स्कूल प्रबंधन पर मामला दर्ज करने की मांग भी उठाई। उन्होंने कहा जिला प्रशासन द्वारा जो टीम जांच के लिए बनाई गई थी। उसकी 72 घंटे बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट नहीं आई है। उसको जल्द रिपोर्ट देखकर स्कूल की मान्यता रद्द करनी चाहिए और दोशियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।

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