Rajori Terrorist Incident: एक साथ जली छह चिताएं, अंतिम विदाई में उमड़ी हजारों की भीड़
राजौरी के ढांगरी गांव में आतंकी वारदात में मारे गए दो बच्चों समेत छह लोगों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। गांव में एकसाथ छह चिताएं जली तो पूरा माहौल गमगीन हो उठा। नम आंखों से अंतिम विदाई देने ढांगरी सहित आसपास के क्षेत्रों से हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी।

जागरण संवाददाता, राजौरी: गम, गुस्से और तनाव के बीच मंगलवार को राजौरी के ढांगरी गांव में आतंकी वारदात में मारे गए दो बच्चों समेत छह लोगों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। गांव में एकसाथ छह चिताएं जली तो पूरा माहौल गमगीन हो उठा।
नम आंखों के साथ अंतिम विदाई देने ढांगरी सहित आसपास के क्षेत्रों के हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी थी। इस दौरान श्मशानघाट व आसपास के पूरे इलाके में सेना के साथ पुलिस व अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात रहे। आतंकियों ने गत रविवार शाम को ढांगरी गांव में घुसकर हिंदू परिवारों पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी, जिसमें दीपक कुमार, सतीश कुमार, प्रीतम लाल व उनके बेटे शिशु पाल की मौत व 10 अन्य लोग घायल हो गए थे।
वहां से निकलते समय आतंकी दीपक के घर आइईडी फिट कर गए थे। इसमें सोमवार सुबह हुए धमाके में दीपक के भतीजे (4) विहान व भांजी (5) सानवी की भी मौत हो गई और छह अन्य लोग घायल हो गए थे। मंगलवार सुबह करीब छह बजे सभी छह शवों को ढांगरी हायर सेकेंडरी स्कूल से मृतकों के घरों में ले जाया गया।
जहां पर अंतिम रस्मों को पूरा करने के बाद करीब दस बजे शव यात्राएं निकाली गईं। दीपक के साथ उसके भतीजे विहान व भांजी सानवी की अर्थियां एकसाथ निकाली गईं। प्रीतम लाल व उनके बेटे शिशु पाल की अर्थियां उनके घर से निकली। सतीश की भी आर्थी उनके घर से निकाली गई।
हजारों लोग शव यात्राओं में हुए शामिल
आतंकी हमले में मारे गए चार साल के विहान के पिता व मां का रो-रोकर बुरा हाल था। हर कोई दोनों को दिलासा दे रहा था, लेकिन वे बेटे के शव के पास जाकर बार-बार बेहोश हो रहे थे। विहान की मां बार-बार कह रही थी कि उठ बेटा देख कितने लोग तेरी शादी में आए हैं, उठ देख तेरे मामा भी आए हैं।
यह बातें सुनकर हर किसी का कलेजा मुंह को आ रहा था। हजारों की संख्या में लोग इन शव यात्राओं में शामिल हुए और श्मशानघाट पहुंचे। इसके बाद एक साथ छह चिताएं को मुख्य अग्नि दी गई। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह, जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह, जम्मू मंडलायुक्त रोमेश कुमार, डीआइजी राजौरी पुंछ रेंज डा. हसीब मुगल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना समेत पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी श्मशान स्थल पर मौजूद रहे।
सभी ने पीड़ित परिवारों के सदस्यों के साथ मुलाकात की और एक बार फिर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
हर संभव सहायता मुहैया करवाने का आश्वासन
जम्मू के मंडलायुक्त रमेश कुमार मंगलवार को राजौरी जिले के ढांगरी में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के घर पहुंचे। उन्होंने उपराज्यपाल की ओर से स्वीकृत राहत राशि के दस-दस लाख के चेक सौंपे। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकियों के कायरतापूर्ण हमले में अपने सदस्यों को खोने वाले प्रत्येक परिवार को दस-दस लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।
मंडलायुक्त जम्मू ने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के साथ एकजुटता व्यक्त की और उन्हें जम्मू कश्मीर सरकार से हर संभव सहायता मुहैया करवाने का आश्वासन दिया। हमले में घायल लोगों का हाल जानने के लिए मंडलायुक्त ने जीएमसी राजौरी का भी दौरा किया।
उन्होंने जीएमसी में स्वास्थ्य अधिकारियों को बेहतर उपचार देने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि घायलों और उनके तीमारदारों को कोई असुविधा महसूस न हो। इस दौरान मंडलायुक्त जम्मू के साथ जिला उपायुक्त राजौरी विकास कुंडल, सहायक आयुक्त राजस्व इमरान कटारिया, लेखा अधिकारी राजेश शर्मा भी मौजूद रहे।
डर पैदा करने के लिए मारे गए निहत्थे लोग
ढांगरी पंचायत के सरपंच धीरज शर्मा ने बताया कि श्मशान घाट में केवल एक कंक्रीट का श्मशान स्थल है, जहां एक शव का अंतिम संस्कार किया गया, जबकि अन्य पांच शवों का पास ही खुले मैदान में किया गया। उन्होंने कहा कि गांव के लोगों ने कभी भी इस तरह के दुखद दृश्य नहीं देखे हैं। इन हत्याओं से हर कोई गहरे सदमे में है। उन्होंने कहा कि निर्दोष लोगों को मारा गया है। यह आतंकवाद नहीं बल्कि कायरता है, निहत्थे लोगों को बिना किसी गलती के और सिर्फ डर पैदा करने के लिए मारा गया है।
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