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    जम्मू कश्मीर में सक्रिय आंतकियों पर एक्शन की तैयारी, डीजीपी बोले संपत्तियां की जा रहीं जब्त, अब तक तीन मारे गए

    जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बुधवार को कहा कि अपनी जान बचाने के लिए जम्मू कश्मीर से भागकर पाकिस्तान में जाकर छिपे आतंकियों की संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है। आंतकियों पर यह कार्रवाई जारी रहेगी। डीजीपी ने कहा कि हमारे पास उन आतंकियों की सूची है जो जम्मू कश्मीर के मूल निवासी हैं। लेकिन बाद में वे पाकिस्तान भाग गए।

    By Edited By: Shoyeb AhmedUpdated: Wed, 06 Sep 2023 08:24 PM (IST)
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    जम्मू कश्मीर में सक्रिय आंतकियों पर एक्शन की तैयारी (फोटो- जागरण)

    राजौरी, जागरण संवाददाता। जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग (Jammu And Kashmir DGP Dilbagh Singh) सिंह ने बुधवार को कहा कि अपनी जान बचाने के लिए जम्मू कश्मीर से भागकर पाकिस्तान में छिपे आतंकियों की संपत्तियों (Properties Seized) को जब्त किया जा रहा है। यह प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी। हमारे पास उन आतंकियों की सूची है जो जम्मू कश्मीर के मूल निवासी हैं और यहां विभिन्न हिस्सों में सक्रिय थे। फिर वे पाकिस्तान भाग गए।

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    डीजीपी ने कहा कि राजौरी-पुंछ रेंज में 9 से 12 आतंकी सक्रिय हैं। इनमें से अधिकांश विदेशी हैं। इन आतंकियों के बारे में खबर है कि ये कुलगाम-शोपियां से राजौरी-पुंछ की ओर बढ़ रहे थे। इनमें से तीन आतंकी (Three Terrorist Killed) मारे गए हैं। अन्य को जल्द पकड़ लिया या ढेर कर दिया जाएगा।

    सभी षड्यंत्रों को विफल किया जा रहा

    राजौरी में संवाददाता सम्मेलन में डीजीपी ने कहा कि राजौरी-पुंछ की ओर बढ़ रहे आतंकियों में से एक शायद पहाड़ी से फिसल गया था और वह रियासी में मृत पाया गया। एक राजौरी में मुठभेड़ में मारा गया। तीसरा आतंकी रियासी में हुई मुठभेड़ में मारा गया जहां आपरेशन अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि राजौरी और पुंछ जिले में आतंक को पुनर्जीवित करने के लिए नियंत्रण रेखा के पार से होने वाले सभी षड्यंत्रों को विफल किया जा रहा है।

    आतंकियों पर कोई दया नहीं

    डीजीपी ने कहा कि पाकिस्तान में छिपे जम्मू कश्मीर के आतंकियों की गतिविधियों पर खुफिया तंत्र से नजर रखी जा रही है। ये आतंकी एलओसी पार से ही जम्मू कश्मीर में आतंक को पुनर्जीवित करने का षड्यंत्र रच रहे हैं। इन आतंकियों पर कोई दया नहीं होगी। अगर इन्होंने वापस आने की कोशिश की तो उन्हें मार दिया जाएगा।

    आतंकरोधी अभियानों में वीडीसी की बड़ी भूमिका

    डीजीपी ने कहा कि ग्राम रक्षा समितियां (वीडीसी) दिन-ब-दिन मजबूत हो रही हैं। ये समितियां आतंकरोधी अभियानों में बड़ी भूमिका निभा रही हैं। घुसपैठ के प्रयासों पर डीजीपी ने कहा कि ऐसे सभी प्रमुख हरकतों को नाकाम कर दिया गया है। हाल की समीक्षा बैठकों के बाद निर्णय लिया गया है कि सीमा ग्रिड को और बढ़ाने के लिए सेना के साथ एलओसी पर कुछ जगह पुलिस भी तैनात की जाएगी।

    नशा तस्करी बड़ी चुनौती

    पुलिस महानिदेशक (Director General of Police) ने कहा कि जब तक पाकिस्तानी एजेंसियां नशीले पदार्थों की खेप भेजना बंद नहीं करेंगी, हमारे लिए चुनौती बनी रहेगी। हालांकि, ड्रोन से हो रही नशे की तस्करी को विफल किया गया है। कुछ सीमावर्ती निवासी हैं जो नशीले पदार्थों को आगे भेजने के षड्यंत्र का हिस्सा हैं। इनकी पहचान की जा रही है।

    राजौरी शहर में होगी तीसरी आंख से निगरानी

    आतंकी हरकतों से निपटने के लिए पुलिस ने पूरे राजौरी शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। इन सभी कैमरों को कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है। डीजीपी ने कहा कि इन कैमरों की मदद से पूरे शहर की निगरानी हर समय रहेगी। इससे अपराध पर भी अंकुश लगेगा। अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। डीजीपी ने जिला पुलिस लाइन में सीसीटीवी कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया है।

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