'कितने भी गोले दाग ले, नहीं करेंगे पलायन', पाकिस्तान की गोलाबारी से भी नहीं डरे बॉर्डर इलाकों में रह रहे भारतीय
नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तान की गोलाबारी के बावजूद सीमांतवासी अपने घरों में डटे रहे। 7 से 10 मई तक हुई भारी गोलाबारी में कई मकान क्षतिग्रस्त हुए और लोग घायल हुए लेकिन निवासियों का हौसला नहीं टूटा। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी से डरकर पलायन नहीं करेंगे।

गगन कोहली, राजौरी। उप-जिला नौशहरा के सीमांत क्षेत्र झंगड़, कलसियां, कलाल, लाल व नौशहरा में सात मई से लेकर दस मई तक पाक सेना ने भारी गोलाबारी की। इसमें करीब दस लोग घायल हुए और एलओसी के आसपास के गांवों के कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इसके बावजूद सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के हौसले बुलंद हैं।
सीमावर्ती लोगों का कहना है कि पाकिस्तान की कायर सेना जितनी मर्जी गोले दागे, हम लोग डरने वाले नहीं हैं। अपने घरों में डटे हैं। हमारे घरों को तबाह कर दे हम कहीं जाने वाले नहीं है।
पाकिस्तानी सेना का हमेशा से ही यहीं प्रयास रहा है कि सीमांत क्षेत्रों में गोलाबारी करके यहां रहने वाले लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर किया जाए, लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है। यहां के लोग ना पहले कभी अपने घरों से भागे और ना ही भविष्य में पाकिस्तानी गोलाबारी से डर से कहीं भागने वाले हैं। यह पाकिस्तानी सेना समझ ले।
क्या बोले जनता के प्रतिनिधि?
पाकिस्तान सेना ने चार दिनों तक इतनी अधिक गोलाबारी कि हर कोई डर गया था। लोगों के घरों के ऊपर व आसपास गोले गिर रहे थे, लेकिन सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोग डटे रहे। प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों की तरफ जाने को कहा, लेकिन साफ मना कर दिया गया। क्योंकि पाकिस्तानी सेना यहीं चाहती थी की सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोग अपना घर बार छोड़ दे, हमने पाक सेना को करारा जवाब दिया है कि हम कहीं जाने वाले नहीं है।
-रोमेश कुमार, पूर्व सरपंच कलाल
वहीं, नौशहरा के पूर्व पार्षद रोहित कोहली ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने अपने गोलों की रेंज बढ़ा दी थी, जो पहले सीमांत क्षेत्रों में ही आकर गिरते थे, वह इस बार नौशहरा के बाजार में आ गिरे।
इसके बावजूद लोगों ने अपना घर बार नहीं छोड़ा। नौशहरा के लोग काफी बहादुर हैं और वह पाकिस्तानी की गोलाबारी से डर के भागने वाले नहीं है। जिस तरह से सीमांत क्षेत्रों में सरकार ने बंकर बनवाएं हैं अब उसी तरह से शहरों में भी बंकर बनाए जाए ताकि शहर के लोग भी गोलाबारी के दौरान अपने आपको सुरक्षित रख सकें।
-रोहित कोहली, पूर्व पार्षद नौशहरा
पूर्व सरपंच भवानी सुनील चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान सेना ने इस बार कोई कसर नहीं छोड़ी। उसने लोगों के घरों को निशाना बनाकर गोलाबारी की, क्योंकि पाकिस्तानी सेना भारतीय सेना से एलओसी पर मुकाबला नहीं कर पा रही थी।
उन्होंने कहा कि इस गोलाबारी में कई लोगों के मकान टूट गए, लेकिन लोग अपने घरों में ही डटे रहे। पाकिस्तानी सेना ने तोप के गोले भी दागे, फिर भी लोग अपने घरों से हिले नहीं। एलओसी के आसपास रहने वाले लोगों ने पाकिस्तानी सेना के मुंह पर तमाचा मारा है। लोगों ने यह साबित कर दिया है कि हम डरने वाले नहीं है।
सीमा पार से जिस तरह से गोलाबारी की गई, इस तरह की गोलाबारी पहले कभी नहीं हुई। पहले भी पाकिस्तानी सेना गोलाबारी करती रही है, लेकिन इतने बड़े तोप के गोले पहली बार देखे है। पाकिस्तानी सेना फिर भी एलओसी के करीब रहने वाले देशभक्त लोगों का कुछ भी नहीं बिगाड़ पाई। लोगों ने साफ संदेश दिया की वह डरने वाले नहीं है और न ही कहीं जाने वाले हैं।
-नानक चंद, निवासी एलओसी के साथ सटे लाम क्षेत्र
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