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    Jammu News: हमले को अंजाम देने के लिए कश्मीर से आए आतंकी, इस शख्स का सबसे बड़ा हाथ; रह चुका है हिजबुल कमांडर

    By gagan kohli Edited By: Jeet Kumar
    Updated: Fri, 22 Dec 2023 05:00 AM (IST)

    पुंछ में हुए आतंकी हमले के पीछे रफीक नाई का हाथ बताया जा रहा है जो मेंढर के नक्का क्षेत्र का रहने वाला है और वह हिजबुल का कमांडर रह चुका है। अक्टूबर 2021 में भी रफीक नाई के इशारों पर ही दोनों हमले हुए थे। इसके बाद इसी वर्ष बीस अप्रैल को सेना के वाहन पर हमला हुआ जिसमें पांच जवान बलिदान हो गए।

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    हमले को अंजाम देने के लिए कश्मीर से आए आतंकी, इस शख्स का सबसे बड़ा हाथ

    गगन कोहली, राजौरी। डेरा गली के जंगल में टोपा पीर क्षेत्र में गुरुवार शाम को तीन आतंकियों ने सेना की जिप्सी व ट्रक पर हमला कर दिया। इस हमले में सेना के चार जवान बलिदान हो गए और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनका उपचार सैन्य अस्पताल में किया जा रहा है।

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    वाहन हमले में पांच जवान बलिदान

    इस हमले को अंजाम देने के बाद आतंकी कश्मीर से कुछ रोज पहले ही क्षेत्र में पहुंचे थे। यह वहीं आतंकी दल है जिसने 2021 में डेरी की गली के चमरेड़ व भाटाधुलियां के जंगलों में हमला करके सेना के दस जवानों को बलिदान कर दिया था। इसके बाद बीस अप्रैल को भाटाधुलियां के संगेयोट क्षेत्र में सेना के वाहन पर हमला करके पांच जवानों को आतंकियों ने बलिदान कर दिया था।

    सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन आतंकियों के निशाने पर सेना के अधिकारी थे। यह हमला भी रफीक नाई के इशारों पर हुआ है और अक्टूबर 2021 में भी रफीक नाई के इशारों पर ही दोनों हमले हुए थे। इसके बाद इसी वर्ष बीस अप्रैल को सेना के वाहन पर हमला हुआ जिसमें पांच जवान बलिदान हो गए यह भी रफीक नाई के इशारे पर ही हुआ।

    रफीक नाई मेंढर के नक्का क्षेत्र का रहने वाला है

    रफीक नाई 2008 से गुलाम जम्मू व कश्मीर में बैठकर राजौरी व पुंछ दोनों जिलों में अपनी गतिविधियों को अंजाम देने में जुटा हुआ है। रफीक नाई मेंढर के नक्का क्षेत्र का रहने वाला है और वह हिजबुल का कमांडर रह चुका है। गुलाम कश्मीर में जाकर उसने गजनबी फोर्स का गठन किया।

    इस संगठन पर भी प्रतिबंध लगने के बावजूद यह राजौरी व पुंछ में हमले करने की साजिशों को रचता रहा। इन हमलों को अंजाम देने के बाद तीनों आतंकी कश्मीर घाटी की तरफ चले गए और वहां पर कुछ समय निकालने के बाद रफीक नाई के इशारे पर ही चंद रोज पहले यह फिर से डेरा की गली के जंगल में पहुंचे।

    आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दे दिया

    सूत्रों का कहना है कि रफीक नाई ने इन आतंकियों को फिर से सेना के ऊपर हमला करने का आदेश सीमा पार से दिया था और पिछले कुछ दिनों से आतंकी इस हमले को अंजाम देने के लिए योजना बना रहे थे। जैसे ही सेना की जिप्सी व ट्रक इनकी रेंज में आया उसी समय आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दे दिया।