Jammu Kashmir Terrorist Attack: पुंछ आतंकी हमले में बलिदान देश के चार जवान, जानिए राजौरी-पुंछ में कब-कब हुए बड़े हमले
घटना के बाद सेना ने पूरे क्षेत्र को घेर कर थन्ना मंडी से पुंछ जाने वाले मार्ग पर वाहनों की आवाजाही को बंद करके आतंकियों की तलाश में बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ दिया है। राजौरी व पुंछ जिलों में एक माह के भीतर यह दूसरी बड़ी आतंकी करतूत है। इससे पहले नवंबर में राजौरी के बाजीमाल क्षेत्र में सेना के दो कैप्टन व तीन जवान बलिदान हो गए थे।

जागरण संवाददाता, राजौरी । पुंछ जिला के डेरा की गली-बफलियाज मार्ग पर गुरुवार को घने जंगल के बीच से गुजर रहे सेना के काफिले पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया, जिसमें चार जवान बलिदान और तीन गंभीर रूप से जख्मी हो गए। घायलों को उपचार के लिए सैन्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
इस घटना के बाद सेना ने पूरे क्षेत्र को घेर कर थन्ना मंडी से पुंछ जाने वाले मार्ग पर वाहनों की आवाजाही को बंद करके आतंकियों की तलाश में बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ दिया है। साथ-साथ लगते सीमावर्ती राजौरी व पुंछ जिलों में एक माह के भीतर यह दूसरी बड़ी आतंकी करतूत है। इससे पहले नवंबर में राजौरी के बाजीमाल क्षेत्र में एक मुठभेड़ में सेना के दो कैप्टन व तीन जवान बलिदान हो गए थे।
घने जंगलों में छिप कर बैठे थे आतंकी
जानकारी के अनुसार, बुधवार रात डेरा की गली जंगल में टोपा पीर क्षेत्र के पास कुछ आतंकियों को देखे जाने की सूचना पर सेना की आरआर बटालियन ने तलाशी अभियान शुरू किया गया था। इसी अभियान के दौरान सेना के जवान गुरुवार दोपहर बाद 3:45 बजे एक जिप्सी व ट्रक (ढाई टन वाहन) में सवार होकर डेरा की गली-बफलियाज मार्ग से गुजर रहे थे। इस बीच, टोपा पीर क्षेत्र में पहले से घात लगाए बैठे तीन से चार आतंकियों ने घने जंगल से निकलकर अचानक सेना के वाहनों पर ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में चार जवान मौके पर ही बलिदान हो गए और तीन घायल हो गए।
लोगों ने आतंकियों हमले के बाद जंगल में जाते देखा था
सूत्रों के अनुसार, आसपास के कुछ लोगों ने आतंकियों को जंगल से निकलते व हमले के बाद फिर वहीं भागते भी देखा है। कुछ जवानों ने आतंकियों का पीछा भी किया और आतंकियों पर गोलियां चलाई। आतंकियों ने भी भागते हुए गोलीबारी की, लेकिन उसके बाद आतंकी जंगल में भाग निकले। इस बीच, हमले की सूचना मिलते ही सेना की टुकड़ी, पुलिस व अन्य सुरक्षाबल घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों व बलिदान जवानों को पास के सैन्य अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद सेना ने पूरे क्षेत्र को घेर कर जंगल में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। इस बीच, सेना ने इस हमले में अभी तीन जवानों के बलिदान व तीन के घायल होने की पुष्टि कर दी है।
12 किलोमीटर का है यह घना जंगल
राजौरी जिला से आगे थन्ना मंडी और उससे आगे डेरा की गली से जंगल क्षेत्र शुरू हो जाता है। डेरा की गली का आधा हिस्सा राजौरी जिला में पड़ता है और आगे बफलियाज क्षेत्र पुंछ जिला में आता है। डेरा की गली से बफलियाज तक करीब 12 किलोमीटर बेहद घना जंगल है। आतंकियों ने इसी हिस्से में टोपा पीर क्षेत्र में हमला किया। बफलियाज से आगे एक रास्ता पुंछ की तरफ जाता है और दूसरा मुगल रोड़ होता हुआ कश्मीर जाता है।
इसलिए राजौरी-पुंछ है निशाने पर
कश्मीर में आतंकियों पर नकेल कसे जाने के बाद पाकिस्तान और उसके समर्थित आतंकी पिछले दो-तीन वर्ष से जम्मू संभाग के सीमावर्ती राजौरी व पुंछ जिलों में आतंकी गतिविधियां बढ़ाने के षड्यंत्र में लगे हैं। पिछले तीन वर्षों में इन दोनों जिलों में आतंकी सुरक्षाबलों के साथ गांव में घुसकर आम लोगों पर भी कई हमले कर चुके हैं।
राजौरी-पुंछ में हुए बड़े हमले :
- 22-23 नवंबर, 2023 : राजौरी के बाजीमाल क्षेत्र में मुठभेड़ में सेना के दो कैप्टन व तीन जवान बलिदान।
- 5 मई, 2023 : राजौरी के केसरी हिल क्षेत्र में आतंकी हमले में पांच जवान बलिदान।
- 20 अप्रैल, 2023 : पुंछ में सैन्य वाहन को घेरकर निशाना बनाया, जिसमें पांच जवान बलिदान।
- एक जनवरी 2023 : राजौरी के ढांगरी गांव में सात ग्रामीणों की हत्या कर दी गई।
- 10 अक्टूबर 2021 : पुंछ के भाटाधुलियां से सटे चमरेड़ जंगल में आतंकी हमले में सेना के पांच जवान बलिदान।
- 15 अक्टूबर 2021 : भाटाधुलियां जंगल में मुठभेड़ में सेना के चार जवान बलिदान। 21 दिन चले अभियान में कोई आतंकी नहीं मिला।
- 16 दिसंबर 2022 : राजौरी में सैन्य शिविर के बाहर दो युवाओं की आतंकियों ने हत्या कर दी।

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