जम्मू-कश्मीर के ग्रामीणों ने पंजाब बाढ़ पीड़ितों के लिए बढ़ाया मदद का हाथ, राहत सामग्री के ट्रक किए रवाना
हीरानगर के सीमावर्ती गांवों ने बाढ़ से प्रभावित पंजाब के लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया। मथुरा चक छन्न चरखड़ी और होड़ भट्ठल चक के ग्रामीणों ने खाद्य सामग्री और जरूरी सामान एकत्र कर पंजाब भेजा। ग्रामीणों ने कहा कि मुश्किल समय में एक दूसरे का साथ देना ही इंसानियत है। राहत सामग्री भेजने में महिलाओं युवाओं और बुजुर्गों ने भी योगदान दिया।

संवाद सहयोगी, हीरानगर। प्राकृतिक आपदा के बीच सीमावर्ती क्षेत्र के गांवों ने बडा दिल दिखाते है। पिछले दिनों तरनाह नाले में आई बाढ से खुद नुक्सान झेलने के बावजूद मथुरा चक, छन्न चरखडी, और होड़ भट्ठल चक गांवों के लोग पंजाब के बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए आगे आए हैं।
ग्रामीणों ने अपने घरों से खाद्य सामग्री और जरूरी सामान एकत्र कर ट्रक भर कर पंजाब के प्रभावित गांवों तक पंहचाया। ग्रामीणों का कहना है कि मुश्किल घड़ी में हमें एक दूसरे का साथ देना ही असली इंसानियत है।
राहत सामग्री भेजने के अभियान में गांवों की महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों ने भी बढ़-चढ़कर योगदान दिया। इस मौके पर तरसेम सिंह, जगदीश चिब, सुनील सिंह विजय शर्मा और अन्य लोगों ने कहा कि प्राकृतिक आपदा ने जम्मू कश्मीर, हिमाचल, प्रदेश, पंजाब में भारी तबाही मचाई है। ऐसे हालात में सब को एक जुट पीड़ितों की मदद करनी चाहिए, उन्होंने अन्य लोगों से भी राहत कार्यों में योगदान देने की भी अपील की।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।