तुलसी रानी का भगवान शालिग्राम का धूमधाम से हआ विवाह
भगवान शालिग्राम की तुलसी रानी के साथ हो रहे विवाह को देखने के लिए गांववासियों का सैलाब उमड़ पड़ा। भगवान की शादी सिर्फ धार्मिक विधि से औपचारिकता ही नहीं बल्कि आम शादियों से भी बढ़कर उत्साह के साथ संपन्न कराई गई

जागरण संवाददाता, कठुआ : प्रबोधिनी एकादशी के उपलक्ष्य पर जिले के कई स्थानों पर भगवान शालिग्राम के साथ तुलसी रानी का धूमधाम एवं विधि-विधान से विवाह संपन्न हुआ। भगवान शालिग्राम की तुलसी रानी के साथ हो रहे विवाह को देखने के लिए गांववासियों का सैलाब उमड़ पड़ा। भगवान की शादी सिर्फ धार्मिक विधि से औपचारिकता ही नहीं, बल्कि आम शादियों से भी बढ़कर उत्साह के साथ संपन्न कराई गई, जिससे सिर्फ गांव के शादी वाले घर ही नहीं, बल्कि आसपास के क्षेत्रों के गांवों के लोग भी ऐतिहासिक एवं सुंदर तरीके से हो रही शादी को देखने के लिए पहुंचे।
कठुआ से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित गांव मुट्ठी जगीर में राजकरनी ने अपने बेटे मनोहर लाल गुप्ता के सहयोग से प्रबोधिनी एकादशी पर अपने आंगन में बेटी की तरह पाली तुलसी रानी का विवाह हटली के भगवान नृसिंह देव मंदिर के शालिग्राम के साथ पूरी धार्मिक और पारंपरिक तरीके से संपन्न कराया। गांव मुट्ठी जगीर के इतिहास में यह पहला मौका रहा, जब भगवान शालिग्राम 30 किलोमीटर दूर हटली से जहां राजकरनी के घर गाजे-बाजे व सुंदर सजे वाहन में बरात लेकर पहुंचे और तुलसी रानी के साथ विवाह हुआ। गांव में भगवान शालिग्राम की बरात पहुंचते ही एक बड़े उत्सव जैसा माहौल बन गया। पूरा गांव ही नहीं, बल्कि आसपास के गांवों के लोग भी इस ऐतिहासिक शादी को देखने के लिए पहुंच गए। हटली के नृसिंह देव मंदिर के महंत अन्य महंतों एवं गांववासियों के साथ भगवान शालिग्राम को बरात के साथ लेकर पहुंचे, जहां उनका धार्मिक एवं सामाजिक परंपरा से स्वागत हुआ। उसके बाद सभी बारातियों को सम्मानपूर्वक भोजन कराया गया। उसके बाद शगुन देने की रस्म भी निभाई गई। उसके बाद अपने घर के आंगन में सुंदर सजे मंडप में राजकरनी ने अपने आंगन में कई वर्षाें से पली तुलसी रानी को कपड़ों एवं गहने आदि सामान सहित विदा किया।
------------- बसोहली में दत्त परिवार ने अपने आंगन में लगी तुलसी रानी का कराया विवाह फोटो सहित-7,8 संवाद सहयोगी, बसोहली : बसोहली कस्बे में दत्त परिवार ने भी तुलसी रानी का विवाह करवाया गया। दत्ता परिवार ने यह संकल्प काफी साल पहले लिया हुआ था, जिसे सोमवार को प्रबोधिनी एकादशी पर पूरा किया। दत्ता परिवार के राजकुमार ने अपने आंगन में लगी तुलसी का विवाह रामलीला ग्राउंड में स्थित नीलकंठ मंदिर में कृष्ण भगवान के साथ करवाया। सबसे पहले सुबह दत्ता परिवार द्वारा नीलकंठ मंदिर में शगुन का आयोजन किया गया, बाद दोपहर को नीलकंठ मंदिर के आयोजकों द्वारा कृष्ण भगवान की झांकी को बरात के रूप में सजा कर दत्ता परिवार में जाकर विवाह की रस्मों को निभाया। इस अवसर पर कस्बे के लोग भी शामिल रहे।

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