प्राइमरी स्कूल देवो चक को फिर से खोलने की बुलंद हुई आवाज
देवो चक गांव के प्राइमरी स्कूल को फिर खोलने की मांग तेज हो गई है। पिछले चार से स्कूल बंद किए जाने से स्थानीय बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग से स्कूल को जल्द खोलकर दाखिला प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है ताकि बच्चों को उनके गांव में ही शिक्षा मिल सके। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो वे धरना देने पर मजबूर हो जाएंगे।

संवाद सहयोगी, हीरानगर : देवो चक गांव के प्राइमरी स्कूल को फिर खोलने की मांग तेज हो गई है। पिछले चार से स्कूल बंद किए जाने से स्थानीय बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग से स्कूल को जल्द खोलकर दाखिला प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है, ताकि बच्चों को उनके गांव में ही शिक्षा मिल सके। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो वे धरना देने पर मजबूर हो जाएंगे।
गाव की सरपंच निर्मल काता,पंच हरबंस लाल, पुरूषोत्तम लाल, कुलदीप राज, बिट्टू सेनी मनोहर लाल का कहना है कि आर्थिक तंगी की वजह से गरीब लोग अपने बच्चों को निजी स्कूलों में नहीं पढ़ा सकते हैं। सरकारी मिडिल स्कूल माडयाल देवो चक से ढाई किलोमीटर दूर है। वहा तक छोटे बच्चे अकेले पैदल नहीं जा सकते। ऐसे में उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
उन्होंने बताया कि पहले बच्चे कम होने की वजह से शिक्षा विभाग ने स्कूल को माडयाल मिडिल स्कूल में शिफ्ट कर दिया था, लेकिन अब गाव के करीब बीस बच्चे इस स्कूल में पढ़ना चाहते हैं। लेकिन विभाग स्कूल को नहीं खोल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्कूल का भवन राजस्व विभाग को सौंप दिया है, लेकिन विभाग का कोई भी कर्मचारी यहां नहीं आता है। ग्रामीणों ने अनुसार, जेडईओ , मुख्य शिक्षा अधिकारी और जिला उपायुक्त कठुआ से भी स्कूल खोलने की गुहार लगा चुके हैं। फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। ग्रामीण एक माह से कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गावों में शराब के ठेके तो जबरदस्ती खोले जा रहे हैं, लेकिन स्कूल की माग करने पर भी नहीं खुल रहे। जिनमें बच्चे पढ़ना चाहते हैं। ग्रामीणो ने चेतावनी दी है कि अगर एक सप्ताह के अंदर स्कूल नहीं खुला तो बच्चों सहित धरना लगा कर बैठ जाएंगे।
जोन के 39 स्कूल बंद पड़े हैं, जो विभिन्न सरकारी विभागों के सुपुर्द किए जा चुके हैं। रिपोर्ट बना कर भेज दी है। सरकार से अनुमति मिलने पर ही स्कूल को खोला जाएगा।
- देसराज, जेडईओ, शिक्षा जोन हीरानगर
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