J&K News: बारिश से बासमती की फसल खराब, किसानों ने सरकार से की कर्ज माफ करने की मांग
हीरानगर में बारिश और तेज हवाओं ने बासमती की फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है जिससे किसान परेशान हैं। पहले नालों में बाढ़ आई और अब बारिश ने फसलों को बर्बाद कर दिया है। किसान संगठन सरकार से केसीसी पर लिए गए कर्ज को माफ करने की मांग कर रहे हैं क्योंकि फसल खराब होने से किसानों के लिए कर्ज चुकाना मुश्किल हो गया है।

संवाद सहयोगी, हीरानगर। बुधवार को हुई बारिश और तेज हवाओं से सीमावर्ती क्षेत्रों में बासमती की खड़ी फसल को भारी नुकसान हुआ है। खेतों में लगी कच्ची फसल जमींदोज हो गई है, जिससे किसान मायूस हो गए हैं।
इससे पहले नालों में आई बाढ़ से फसलों को नुकसान हुआ था और अब बारिश से बासमती फसल खराब हो रही है। राष्ट्रीय किसान संगठन के जिला अध्यक्ष लक्की भगत अन्य सदस्यों ने क्षेत्र का दौरा करने के बाद सरकार से किसानों का केसीसी पर लिया गया कर्ज माफ करने की मांग की है।
लक्की भगत मोहन लाल, नरेन्द्र सिंह, किशोर कुमार विजय कुमार का कहना है कि बरसात में पहले उज्ज दरिया, तरनाह नाला,भाग नाला,शाप नाला,बेई नाले में आई बाढ से सीमावर्ती क्षेत्रों में धान की फसल को नुक्सान पहुंचा था।अब बची हुई बासमती की फसल बुधवार को हुई बारिश से जमींदोज हो गई है। जिसमें अब दाना लगने की उम्मीद नहीं है और किसानों के लिए यह दोहरा आघात है।
उन्होंने कहा कि किसानों ने बैंकों से केसीसी पर कर्ज लेकर फसलें लगाई थी। फसलें खराब हो जाने से उन के लिए बैंकों से लिया कर्ज चुकाना भी मुश्किल हो गया है। ऐसे में सरकार को केसीसी पर लिया कर्ज माफ कर किसानों को राहत पंहुचानी चाहिए ताकि वह अगली फसल लगा सकें।
वहीं इस संबंध में कृषि विभाग के एईओ विनोद कुमार शर्मा का कहना है कि बारिश से बासमती की फसल केई स्थानों पर जमींदोज हुई है। क्षेत्रीय कर्मचारियों को नुक्सान की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
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