Kathua News: बारिश और तेज हवाएं चलने से बासमती की फसल बर्बाद, किसानों ने सरकार से मांगा मुआवजा
हीरानगर के मढ़ीन गांव में बारिश और तेज हवा से बासमती की फसल बर्बाद हो गई है जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। किसानों ने सरकार से फसल के नुकसान का उचित मुआवजा और केसीसी ऋण माफ करने की मांग की है। उनका कहना है कि पिछले तीन वर्षों से लगातार बारिश के कारण फसलें खराब हो रही हैं जिससे कर्ज चुकाना मुश्किल हो गया है।

संवाद सहयोगी, हीरानगर। बारिश और तेज हवाएं चलने से मढीन गांव में भी बासमती की फसल ढह जाने से भारी नुकसान हुआ है। किसानों ने सरकार से खराब हुई फसल का उचित मुआवजा देने की मांग की है।
उक्त गांव के निवासी नैका नेता धर्मपाल कुंडल, देस राज, पूर्ण चंद,जनक राज, कुलदीप राज का कहना है कि मढीन में लगभग तीन सौ एकड़ भूमि पर बासमती की फसल लगी हुई थी। पिछले तीन चार दिनों में बारिश के साथ चली तेज आंधी से बासमती फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि अभी वालियों में दाना भी नहीं बना था और फसल खेतों में बिछ चुकी है। जिस में अब दाना नहीं बनेगा। किसानों का कहना है कि पिछले तीन सालों से लगातार बारिश से बासमती की नुकसान पंहुच रहा है। जिन किसानों ने बैंकों से कर्ज लेकर फसलें लगाई है उनके लिए अब कर्ज चुकाना मुश्किल हो जाएगा। सरकार को मुआवजे के साथ-साथ केसीसी पर लिया कर्ज भी माफ करना चाहिए। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों से नुकसान की रिपोर्ट तैयार करवाने की मांग की है।
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