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माता बाला सुंदरी टनल बनने से कम होगी 40 किमी की दूरी

राकेश शर्मा कठुआ करीब पांच वर्षो से ठंडे बस्ते में पड़ी माता बाला सुंदरी पहाड़ी से तीन

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 12:51 AM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 12:51 AM (IST)
माता बाला सुंदरी टनल बनने से कम होगी 40 किमी की दूरी
माता बाला सुंदरी टनल बनने से कम होगी 40 किमी की दूरी

राकेश शर्मा, कठुआ: करीब पांच वर्षो से ठंडे बस्ते में पड़ी माता बाला सुंदरी पहाड़ी से तीन किलोमीटर लंबी टनल के निर्माण योजना पर एक बार फिर कवायद शुरू हो गई है। स्थानीय सांसद एवं प्रधानमंत्री कार्यालय में केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने टनल निर्माण के लिए जिला प्रशासन को निर्देश जारी किए है।

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जिला मुख्यालय पर जिला अधिकारियों के साथ आयोजित दिशा की बैठक में डॉ. जितेंद्र सिंह ने पांच साल पूर्व प्रस्तावित इस महत्वपूर्ण परियोजना का स्टेटस डीसी से जानने के बाद अमल में लाने के लिए अगली कार्रवाई शुरू करने को कहा, ताकि बिलावर क्षेत्र की जनता को इस टनल के निर्माण से जिला मुख्यालय पर पहुंचने की दूरी कम होकर उन्हें बेहतर सड़क सुविधा जल्द मिल सके। डीसी ने केंद्रीय मंत्री से निर्देश मिलते ही निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी को मौजूदा प्रिलिमनरी रिपोर्ट जल्द सौंपने को कहा है, ताकि परियोजना को जल्द अमल लाने के लिए केंद्र को अगली कार्रवाई के लिए भेजा जा सके।

जिले में जारी सड़क परियोजनाओं के निर्माण में इस तरह की पहली टनल होगी, जिसका स्थानीय लोगों को जिला मुख्यालय पर जाने के लिए पहाड़ी रास्ते की दूरी कम होगी। साथ ही धार्मिक एवं अन्य पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। युवाओं के लिए रोजगार के साधन बढ़ेंगे।

दरअसल, बिलावर के सुंदरी कोट स्थित माता बाला सुंदरी का शिवालिग पहाड़ियों पर भव्य एवं सुंदर मंदिर है, जहां पर हर साल लाखों श्रद्धालु जिला कठुआ के अलावा जम्मू, सांबा, ऊधमपुर के साथ-साथ पंजाब व हिमाचल राज्य से दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इन्हें यहां पहुंचने के लिए लखनपुर से या तो महानपुर के रास्ते करीब 60 किलोमीटर की दूरी या फिर दियालाचक होकर करीब 80 किलोमीटर की दूरी तय करके मंदिर पहुंचना पड़ता है। हालांकि, सरकार की इस योजना के निर्माण में मुख्य प्राथमिकता बिलावर क्षेत्र की पहाड़ी जनता को बेहतर सड़क सुविधा प्रदान करना है, ताकि जिला मुख्यालय तक पहुंचने का चार घंटे का मार्ग डेढ़ से दो घंटे तक किया जा सके। साथ ही ये एक वैकल्पिक मार्ग भी होगा। जो बिलावर के धरालता और वहां से कुमरी कठेरा मार्ग से कठुआ जिला मुख्यालय को जोड़ेगा। इसमें तीन किलोमीटर लंबी टनल के अलावा कुमरी तक पांच किलोमीटर रोड बनेगा, जिसकी माता बाला सुंदरी मंदिर से जिला मुख्यालय तक कुल 40 किलोमीटर रह जाएगी, जो मौजूदा समय में वाया दियालाचक से 80 किलोमीटर और वाया लखनपुर से 60 किलोमीटर है। बाक्स----

वर्ष 2015 से प्रस्तावित है टनल निर्माण योजना

वर्ष 2015 में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ही उक्त योजना को अमल में लाने के लिए प्रयास शुरू किए थे। जिसमें प्रिलीमनरी रिपोर्ट बनाकर केंद्र के भूतल सड़क परिवहन मंत्रालय के सचिव को अगली कार्रवाई के लिए भेजी थी, लेकिन तब के बाद से अब तक इस परियोजना पर कोई भी अगली कवायद शुरू नहीं हो पाई। अब फिर केंद्रीय मंत्री ने खुद इसमें दिलचस्पी लेते हुए जिला कठुआ प्रशासन को इसे अमल में लाने के लिए जमीनी स्तर पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जिसके चलते पांच साल से ठंडे बस्ते में पड़ी जिले में पहली 3 किलोमीटर लंबी टनल निर्माण योजना के लिए कवायद शुरू हो गई है।

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बैठक के बाद उक्त 158 करोड़ की परियोजना की प्रिलीमनरी रिपोर्ट जल्द डीसी को सौंपी जा रही है, ताकि अगली कार्रवाई के लिए केंद्र से हरी झंडी मिल सके।

- राजेश सुंबड़िया, कार्यकारी अभियंता, पीडब्ल्यूडी, बसोहली।


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