Updated: Fri, 05 Sep 2025 01:57 AM (IST)
बिलावर में लगातार बारिश से भारी तबाही हुई है। नजोत पंचायत में भूस्खलन से छह कच्चे मकान ढह गए घरों और जमीनों को नुकसान पहुंचा। सीआरपीएफ पुलिस और प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू किया 20 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। लोहाई मल्हार में भी भूस्खलन से मकान टूटे लोग पंचायत घर में शिफ्ट हुए। एडीसी ने नुकसान का आकलन करने के आदेश दिए हैं।
संवाद सहयोगी, बिलावर। लगातार हो रही बारिश के कारण उपजिला में भारी तबाही मची है। नजोत पंचायत के वार्ड चार तरपड़ में भूस्खलन के चलते छह कच्चे मकान ध्वस्त हो गए हैं। इस आपदा में स्थानीय लोगों के घर और जमीनें भी प्रभावित हुई हैं।
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बारिशों के कारण कच्चे मकानों को गंभीर नुकसान हुआ है। सीआरपीएफ की 121वीं बटालियन की सी कंपनी ने जम्मू कश्मीर पुलिस और प्रशासन के सहयोग से भूस्खलन से प्रभावित लोगों के लिए बचाव और राहत कार्य शुरू किया।
20 लोगों को भूस्खलन से टूटे हुए मकानों से सुरक्षित निकालकर उनके रिश्तेदारों के घरों में शिफ्ट किया गया। लोहाई मल्हार तहसील के डुग्गेनी ब्लॉक की धनु परोल पंचायत के वार्ड चार में भी भूस्खलन हुआ, जिससे अशोक कुमार, पन्नू राम, नाथूराम और कुलदीप के मकान पूरी तरह से टूट गए।
मलवे के नीचे घरेलू सामान और खाद्य सामग्री बर्बाद हो गई है। स्थानीय लोगों की मदद से सभी चार परिवारों के सदस्यों को परोल स्थित पंचायत घर में सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया गया है।
एडीसी बिलावर विनय खोसला ने बताया कि सभी तहसीलों के तहसीलदारों को बारिश और भूस्खलन से हुए नुकसानों का आकलन कर रिलीफ केस बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
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