कठुआ में बारिश और भूस्खलन से घर तबाह, स्कूलों में शरण लेने को मजबूर बेघर हुए लोग
बसोहली में भारी बारिश के चलते भूस्खलन से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे लोग बेघर हो गए हैं। जंदैली पंचायत के कुंड गाँव में भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है घरों में दरारें आ गई हैं। झेंखर मोड़ में भी कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं जिससे लोग स्कूलों में शरण लेने को मजबूर हैं। प्रशासन प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कोशिश कर रहा है।

संवाद सहयोगी, बसोहली\कठुआ। जिला कठुआ की पहाड़ी तहसील बसोहली में भारी बारिश का कहर जारी है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं।
बसोहली उपजिला की पंचायत जंदरैली के गांव कुंड में लगभग 3-4 परिवारों के घरों पर भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है।
इस कारण घरों में दरारें आ गई हैं, जिससे लोग अपने घर खाली करने को मजबूर हो गए हैं। आलम यह है कि लोग अपने घर छोड़कर स्कूलों में शरण लेने को मजबूर हो गए हैं।
इतना ही नहीं, लोग दिन-रात जागकर इस स्थिति का सामना कर रहे हैं। अपने घरों को छोड़ना आसान नहीं है, और जब लोग अपने सामान समेट रहे थे, तो उनकी आंखों में आंसू थे।
उन्होंने प्रशासन से और अधिक मदद की गुहार लगाई है। झेंखर मोड़ में भूस्खलन के कारण पंद्रह से बीस घरों को भारी नुकसान हुआ है।
लोग अपने घर छोड़कर स्कूलों में शरण ले रहे हैं और अपने सामान, अनाज आदि भी नहीं निकाल पाए हैं। बसोहली उपजिला के जीरो मोड़ से धार महानपुर जाने वाली सड़क भी भारी बारिश के चलते क्षतिग्रस्त हो गई है।
पंचायत झेंखर के वार्ड नंबर 2 कुंड में करीब 19 परिवारों के घर भी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। लोगों का कहना है कि उनके घरों में दरारें आ गई हैं, जिससे वे दूसरी जगह जाने को मजबूर हो गए हैं। विधायक बसोहली, ठाकुर दर्शन सिंह ने मोहम्मद कासिम निवासी त्रिम्बली महानपुर में प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री भेजी है।
वहीं, सुबह की बारिश के कारण बसोहली से नगरोटा कठुआ जाने वाली सड़क भी आवाजाही के लिए बंद हो चुकी है।
हर दिन बारिश नई आफत लेकर आ रही है, और लोगों का कहना है कि उन्होंने इतनी बारिश पहले कभी नहीं देखी।
उधर, जीरो मोड से धार महानपुर जाने वाली सड़क भी भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गई है। प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के प्रयास किए हैं।
शाहरा में भी भूस्खलन और भूमि खिसकने से लोगों के घरों में दरारें आ रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि घर असुरक्षित हो रहे हैं ऐसे में हमें घर बनाने के लिए प्रशासन और सरकार सुरक्षित स्थानों पर भूमि मुहैंया करवाएं।
बहरहाल, स्कूलों में शरण लिए परिवारों ने बताया कि घरों से अपना समान व अनाज आदि भी नहीं निकाल पाए।
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