निर्विरोध चुने गए कर्नल महान सिंह डीडीसी के चेयरमैन
जागरण संवाददाता कठुआ जिला विकास परिषद (डीडीसी) के शनिवार को चेयरमैन एवं वाइस चेयरमैन
जागरण संवाददाता, कठुआ : जिला विकास परिषद (डीडीसी) के शनिवार को चेयरमैन एवं वाइस चेयरमैन पद के लिए चुनाव हुए, जिसमें बसोहली पहाड़ी जिला प्रधान एवं डीडीसी सदस्य कर्नल महान सिंह चेयरमैन और कठुआ जिला भाजपा प्रधान एवं डीडीसी सदस्य रघुनंदन सिंह बबलू वाइस चेयरमैन निर्विरोध चुने गए। उनके मुकाबले अन्य 12 डीडीसी सदस्यों में से किसी ने भी उम्मीदवारी के लिए अपना दावा नहीं जताया, जिसके कारण दोनों को सर्वसम्मति से चेयरमैन व वाइस चेयरमैन चुन लिया गया। इसके बाद जिला चुनाव अधिकारी डीसी ओपी भगत की उपस्थिति में सर्वसम्मति से कर्नल महान सिंह को चेयरमैन एवं रघुनंदन सिंह बबलू को वाइस चेयरमैन को शपथ दिलाई गई।
दरअसल, सर्वसम्मति से चयन होने के कारण जिला प्रशासन को बैलेट से मतदान कराने की जरूरत नहीं पड़ी। इसके बाद जिला पंचायत चुनाव अधिकारी डीसी ओपी भगत ने सभी डीडीसी सदस्यों, जिला अधिकारियों, पार्टी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में चेयरमैन एवं वाइस चेयरमैन पद के लिए निर्वाचित हुए दोनों को प्रमाण पत्र जारी किए। इसके साथ ही दोनों को चेयरमैन एवं वाइस चेयरमैन पद की सभी की उपस्थिति में शपथ भी दिला दी गई।
इस मौके पर एसएसपी शैलेंद्र मिश्रा, एडीसी अतुल गुप्ता, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष युद्धवीर सेठी, कठुआ नगर परिषद के प्रधान नरेश शर्मा, हीरानगर म्यूनिसिपल कमेटी के प्रधान एडवोकेट विजय शर्मा सहित अन्य कमेटियों के प्रधान, पार्षद एवं बीडीसी चेयरमैन सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। डीसी ने दोनों पदों के लिए निर्वाचित हुए चेयरमैन कर्नल महान सिंह एवं वाइस चेयरमैन रघुनंदन सिहं बबलू को मुबारकबाद देते हुए उम्मीद जताई कि अब ग्रामीण क्षेत्र के विकास में और तेजी आएगी।
जिले में पहली बार पंचायती राज में थ्री टियर सिस्टम लागू हो गया है। जिसमें विकास कराने के लिए चुनी गई परिषद के पास खुद के अधिकार होंगे। गौरतलब है कि ये पहला मौका है, जब जिले में पंचायती राज सिस्टम में जिला विकास परिषद के चुनाव हुए और उनके चेयरमैन एवं वाइस चेयरमैन चुने गए हैं। इससे पहले तय कार्यक्रम के तहत सुबह साढ़े ग्यारह बजे डीसी कांफ्रेंस हाल में शुरू हुई दोनों पदों के लिए चुनावी प्रक्रिया में जिला के सभी 14 डीडीसी सदस्य पहुंचे थे, जिसमें13 भाजपा के और एक बसपा का शामिल था। करीब दो घंटे तक चली प्रक्रिया में बिना मतदान किए सर्वसम्मति से दोनों पदों का चुनाव, निर्वाचित होने का प्रमाणपत्र एवं शपथ ग्रहण समारोह आदि संपन्न हो गया।