रावी दरिया पर रेलवे का दोहरीकरण पूरा, इंटरलाकिंग का कार्य शुरू
जागरण संवाददाता कठुआ जिले के साथ लगते लखनपुर-माधोपुर के बीच रावी दरिया पर निर्माणाधीन रे ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कठुआ: जिले के साथ लगते लखनपुर-माधोपुर के बीच रावी दरिया पर निर्माणाधीन रेलवे पुल बनकर तैयार हो गया है। पुल निर्माण का जायजा लेने के लिए अब 15 मार्च को चीफ रेलवे सेफ्टी मैनेजर लेंगे। अगर उस दिन चीफ सेफ्टी रेलवे हरी झंडी दे देते हैं तो इसी माह से प्रदेश के लोगों को रेलवे की आधुनिकता का 11 साल के लंबे इंतजार बाद लाभ मिलना शुरू हो जाएगा यानी प्रदेश में बचे डबल ट्रैक का कार्य पूरा हो जाएगा, जिसके बाद हाई स्पीड से रेल दौड़ने से स्थानीय यात्रियों को बड़ी सुविधा मिलेगी।
प्रदेश में पिछले कई वर्ष पहले ही जम्मू तक रेलवे लाइन का दोहरीकरण कर दिया गया था, लेकिन रावी दरिया पर बन रहे करीब 10 किलोमीटर लखनपुर से माधोपुर तक रेलवे ट्रैक पर सिर्फ सिंगल लाइन होने की वजह से एक-एक कर गाड़ियों को निकाला जाता है। वर्ष 2011 में बनी जम्मू जालंधर रेलवे ट्रैक पर योजना का हिस्सा था, हालाकि जम्मू-जालंधर के बीच सिर्फ इसी क्षेत्र में मुख्य बाधा रावी दरिया पर निर्माणाधीन पुल का पिछले कई सालों से लंबित हो रहा कार्य था जो अब पूरा होने जा रहा है। यह किसी बड़े सपने के पूरा होने से कम नहीं है।
करीब 870 मीटर पुल का कार्य 2016 से शुरू होकर 2017 में पूरा होना था, लेकिन विभिन्न कारणों से लंबित होता रहा। इस कारण अब तक प्रदेश में डबल ट्रेक होने पर भी आधुनिकता के इस दौर में सिंगल लाइन पर रेल दौड़ रही थी, लेकिन अब जम्मू कश्मीर में भी अन्य राज्यों से डबल ट्रैक पर रेल दौड़ेगी और इसका लाभ स्थानीय लोगों को सबसे ज्यादा मिलेगा। सबसे अहम अब लोगों को 24 घटे रेल यात्रा की सुविधा मिलेगी।
बहरहाल, पुल के बनने का लंबे अरसे से स्थानीय रेल यात्री इंतजार कर रहे थे, क्योंकि लखनपुर-माधोपुर के बीच सिंगल ट्रेक होने के कारण यात्रियों को जम्मू कश्मीर में कम संख्या में ट्रेन परिचालन हो रही थी। रेल ट्रैफिक को सुचारू बनाए रखने के लिए विभाग को सबसे ज्यादा ट्रेन शाम को ही जम्मू से अन्य राज्यों के लिए रवाना करनी पड़ती हैं और अन्य राज्यों से भी सबसे ज्यादा सुबह के समय वापस लौटती थी, लेकिन अब कहीं भी क्रासिंग नहीं होने से 24 घटे दोनों ट्रेक पर हाई स्पीड से ट्रेन दौड़ेगी और डीएमयू की ट्रेन संख्या भी बढ़ने से स्थानीय लोगों को स्थानीय क्षेत्र में यात्रा करने का भी रेल का लाभ मिलेगा। बाक्स---
पुल निर्माण पर करीब 90 करोड़ की आई है लागत
पुल पर करीब 90 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान लगाया जा रहा है। 50 करोड़ की राशि सिर्फ ट्रेक बिछाने पर खर्च हुआ है। पिलर बनाने का कार्य इससे अलग रहा। अब मौजूदा समय में ट्रेक बिछाने का कार्य कर रही मान बिल्डर्स को उक्त कार्य वर्ष 2017 में अलाट हुआ था, जिसे 17 महीने में पूरा करना था लेकिन बीच में कोरोना महामारी के चलते भी बाधा आई। पूरी तरह से आधुनिक तकनीक से 19 पिलरों पर बने ट्रेक की 25 टन वजन प्रति एक्सेल बियिरिंग कैपेसिटी है, जबकि 50 साल पहले बने पुराने ट्रेक की 22 टन वजन बियिरिंग कैपेसिटी है। पुल पर इलेक्ट्रिफिकेशन का काम भी पूरा कर लिया गया है। इस समय पुल का इंटरलाकिंग कार्य शुरू हो गया है बाक्स--
सबसे पहले गुडस ट्रेन दौड़ाई जाएगी
महत्वपूर्ण पुल के निर्माण के अंतिम कार्य का निरीक्षण करने के लिए गत 6 मार्च को नार्दन रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने डिविजनल रेलवे मैनेजर फिरोजपुर सीमा शर्मा के साथ दौरा किया था, जिसके बाद अब 15 मार्च को चीफ रेलवे सेफ्टी निरीक्षण करने के बाद हरी झडी देंगे, जिसमें सबसे पहले गुड्स ट्रेन चलाई जाएगी। कोट्स---
लखनपुर- माधोपुर के बीच रेलवे का नए पुल का कार्य लगभग पूरा हो चुका है, अब 15 मार्च को चीफ रेलवे सेफ्टी निरीक्षण करेंगे।
-सुमित खुल्लर, डिप्टी चीफ रेल कंस्ट्रक्शन, जम्मू

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