जम्मू-कश्मीर के इस इलाके में भारी भूस्खलन, मलबे के चलते सड़क बंद; वाहनों की लगी लंबी कतार
बसोहली के पास शाहरा माश्का सड़क भूस्खलन के कारण बंद हो गई जिससे कई गांवों का संपर्क टूट गया। खजूरा गांव के पास मलबा आने से यातायात बाधित हुआ। छोटे वाहनों के लिए रास्ता खोला गया लेकिन बड़े वाहनों के लिए अभी भी इंतजार है। लगातार बारिश से सड़कों की हालत खराब है जिससे हिमाचल से संपर्क भी प्रभावित हुआ है।

संवाद सहयोगी, बसोहली। हिमाचल से सटे बसोहली के दर्जनों गांवों को जाने वाली सड़क शाहरा माश्का पर भूस्खलन के चलते भारी मलबा आने के बाद सड़क यातायात के लिए बंद हो गई। खजूरा गांव के पास सड़क पर पहाड़ से मलबा आ गया। जिस कारण इस सड़क पर आर-पार जाना भी लोगों के लिए मुश्किल हो गया। सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार गई। दोपहर बाद छोटे वाहनों के लिए रास्ता खुलने से कुछ लोगों को कुछ राहत मिल पाई।
वर्षा के दौरान कई स्थानों पर भूस्खलन जारी है। मंगलवार को भूस्खलन के बाद मलबा आने से बसोहली के गांव बदाड़ी, हट्ट, माश्का, दाउन, डेडरा, सेबरा, खजूरा, दलो आदि के लोगों का बसोहली से सड़क संपर्क टूट गया। पहाड़ी क्षेत्रों में प्रतिदिन हो रही वर्षा के कारण दूरदराज के क्षेत्रों में सड़कों की हालत वर्षा के कारण खराब होती जा रही है। इस सड़क के बंद होने से बसोहली से हिमाचल का सीधा संपर्क बंद हो गया।
सड़क के बंद होने से एनएचपीसी अधीनस्थ सेवा पावर स्टेशन दो के बसोहली क्षेत्र के कर्मचारियों को वापिस जाना पड़ा। दर्जनों गांवों के लोग सुबह जो बस में सवार होकर बसोहली की ओर आ रहे थे। बस इस खजूरा गांव के पास से वापिस हट्ट की ओर लौट गई।
प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत बनाई गई सड़क को खोलने के लिए बाद दोपहर कार्रवाई एईई पीएमजीएसवाई दीपक कोहली के दिशा-निर्देश पर शुरू कर दी गई और छोटे वाहनों के लिए समाचार लिखे जाने तक सड़क को खोल दिया गया और बुधवार को बड़े वाहनों के लिए सड़क को खोला जा सकता है।
ज्ञात रहे कि शाहरा माश्का सड़क पर दर्जनों दूरदराज के पिछड़े गांव आश्रित हैं और पूर्व में यह सड़क वर्षा में चार माह के लगभग बंद ही रहती थी। इस बार एईई के अनुसार सड़क को बंद नहीं होने दिया जाएगा पर लोग खुश हैं।
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