कठुआ नहर किनारे का वाटर फ्रंट वॉकवे पहचान की जगह बना धब्बा, स्पीकर चोरी-टाइलें उखड़ी, प्रशासन बना मूकदर्शक
कठुआ नहर किनारे बना वाटर फ्रंट वॉकवे अपनी पहचान खोता जा रहा है। स्पीकर चोरी हो गए हैं, टाइलें उखड़ गई हैं, और रखरखाव के अभाव में यह जगह बदहाल हो गई है ...और पढ़ें

इसी वर्ष 8 जून को उपराज्यपाल ने इस परियोजना का शुभारंभ किया था।
जागरण संवाददाता, कठुआ। कठुआ नहर के किनारे बनाए गए वाटर फ्रंट वॉकवे का छह महीने में ही दम निकल गया है। वाॅकवे पर संगीत के लिए लगाए गए स्पीकर गायब हो गए हैं। कुछ टूट कर नीचे गिरे हुए हैं। बताया जा रहा है कि स्पीकरों को चोरों ने चुरा लिया है। इसकी रखवाली करने के लिए दो सिक्याेरिटी गार्ड भी रखे गए हैं। बावजूद इसके चोरों ने स्पीकर उड़ा लिए।
नहीं, वॉकवे के साथ ही लगाई गई टाइलें कई जगहों से उखड़ गई हैं। रोशनी के लिए लगाई गई लाइटों के पिल्लर भी कई जगहों से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सवाल उठ रहा है कि छह महीने में ही इस हालत खराब कैसे हो गई। जबकि इसी वर्ष 8 जून को उपराज्यपाल ने इस परियोजना का शुभारंभ किया था।
1200 मीटर के इस वॉकवे पर साइकलिंग की व्यवस्था भी थी। जो बंद हो चुकी है। जिला प्रशासन ने शहर को यूनीक पब्लिक स्पेस देने के लिए यह परियोजना निजी कंपनी से पूरी करवाई। शहर की पहचान और रहने लायक माहौल को बेहतर बनाने के लिए बनाया गया यह प्रोजक्ट पहचान की जगह धब्बा बन गया है। योगा स्पॉट इस प्रोजेक्ट का हिस्सा था। जिसकी जगह जगह से टाइलें उखड़ चुकी हैं। कई जगहों से क्षतिग्रस्त है।
वॉकवे के साथ सड़क पर रोशन ही नहीं
स्थानीय निवासी रोशन शर्मा का कहना है कि वाटरफ्रंट चौक से लेकर ड्रीमलैंड पार्क तक 1200 मीटर का वॉकवे बना हुआ है। जिसके साथ शहर के पारली बंड को जोड़ने वाली सड़क है। जबकि पटेल नगर, शिवपुरी और शिव नगर जैसे इलाके इसी सड़क को जोड़ते हैं। कठुआ शहर के अधिकतर लोग लखनपुर, जीएमसी कठुआ जाने के लिए इस सड़क का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि पूरी रोड पर एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं। इस वजह से रात के समय हमेशा यहां हादसे होते हैं। क्योंकि सड़क पर कई जगह गढ्ढे भी हैं। जो रात के समय नजर नहीं आते।
कई बार मरम्मत कराई, चोर हैं के बाज नहीं आ रहे
स्पीकरों को चोरी कर लिया जा रहा है। कई बार इसकी मरम्मत भी कराई गई। जहां तक दो सिक्योरिटी गार्ड से रखवाली भी कराई गई। बावजूद इसके चोर स्पीकर उखाड़ ले जाते हैं। रही बात टाइलों के उखड़ने की तो इसके बारे जानकारी नहीं है। देखते हैं कि इसको कैसे दुरस्त रखा जा सकता है। - भारत भूषण, विधायक कठुआ

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।