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    जम्मू-कश्मीर: ईसाई समुदाय के लोगों से मारपीट मामले में दो और गिरफ्तार, 5 दिन की रिमांड पर लिया

    By Ajay Kumar Edited By: Rahul Sharma
    Updated: Sat, 25 Oct 2025 06:13 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर के कठुआ में ईसाई समुदाय के लोगों के साथ मारपीट के मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें 5 दिन की रिमांड पर लिया गया है। ये गिरफ्तारियां जखोल में हुई घटना के संबंध में हुई हैं, जहां एक प्रार्थना सभा पर हमला किया गया था। 

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    ईसाई समुदाय ने प्रदर्शन किया और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

    जागरण संवाददाता, कठुआ। जखोल के जुथानर में ईसाई समुदाय से मारपीट मामले में पुलिस ने दो और हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। हमलावरों में वास्ता गांव का रहने वाला खजूर सिंह और बरनोटी का रहने वाला सिमरनजीत सिंह शामिल है।

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    सिमरनजीत सिंह वहीं है जो वायरल वीडियो में तलवार से हमला करता हुआ दिख रहा है। राजबाग पुलिस स्टेशन के एसएचओ अजय चिब का कहना है कि पहले दिन ही रोहित शर्मा को गिरफ्तार किया गया था। शुक्रवार देर रात को सिमरनजीत सिंह को गिरफ्तार किया गया।

    शनिवार सुबह खजूर सिंह को गिरफ्तार किया। इन सभी को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। अभी भी कई लोग फरार हैं। जिनकी तलाश में छापे मारे जा रहे हैं। पुलिस की कुछ टीमें पड़ोसी राज्य पंजाब में भी गई है। संभव है कि हमले के बाद ये लोग पंजाब भाग निकले।

    मारपीट के खिलाफ ईसाई समुदाय का प्रदर्शन

    राजबाग पुलिस स्टेशन अंतर्गत जखोल क्षेत्र में ईसाई समुदाय के लोगों पर हमले का मामला तूल पकड़ रहा है। शनिवार कठुआ शहर के ईसाई समुदाय ने कई अन्य संगठनों ने मिलकर हमलावरों के खिलाफ प्रदर्शन किया । प्रशासन से कार्रवाई की मांग की।

    प्रदीप अंबेडकरी ने बताया कि जिन लोगों पर हमला किया गया । वे लोग एक प्रार्थना सभा में आए हुए थे। वह किसी को जबरदस्ती मतांतरण नहीं करवा रहे थे। हर किसी को अपने धर्म में रहने और प्रार्थना का अधिकार है । वे लोग किसी के घरों में जबरदस्ती घुसकर ऐसा नहीं कर रहे थे।

    फिर उनके ऊपर इस तरह का जानलेवा हमला करना प्रशासन की कमजोरी है। इस तरह के हमले से ही समुदाय के बीच रोष है। हमेशा से ही ईसाई समुदाय को टारगेट किया जाता है। वे लोग खौफ में है। जिला प्रशासन को चाहिए कि इसके ऊपर सख्त कार्रवाई करते हुए आरोपियों को सजा दिलाए।

    यह कैसे संभव है कि पुलिस की मौजूदगी में हमलावरों ने हमला किया । वे अपने साथ टोके, तलवारें और डंडे लेकर आए थे। जैसे उनके सामने कानून नाम की कोई चीज नहीं है। इस तरह के हमलों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कल काे ऐसा कोई भी हमला होता है तो उसका जिम्मेदार प्रशासन होगा।