Jammu-Kashmir Politics: विवादों में घिरी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा
प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा शुरु होने से पहले ही विवादों में घिर गई है। यात्रा में शामिल होने को लेकर नेताओं के आपसी बयानबाजी तेज हो गई है। हालांकि कांग्रेस नेता यात्रा को सफल बनाने पर ध्यान केन्द्रित करते हुए खामोशी के चादर पूरी तरह से ओढ ली है

कठुआ, जागरण संवाददाता : प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा शुरु होने से पहले ही विवादों में घिर गई है। यात्रा में शामिल होने को लेकर नेताओं के आपसी बयानबाजी तेज हो गई है। हालांकि कांग्रेस नेता यात्रा को सफल बनाने पर ध्यान केन्द्रित करते हुए खामोशी के चादर पूरी तरह से ओढ ली है, जबकि बयानबाजी कर रहे नेता कांग्रेस से सवाल पूछ रहे हैं। दरअसल, विवाद का कारण डोगरा स्वाभिमान संगठन के चेयरमैन चौधरी लाल सिंह को कांग्रेस में शामिल करने को लेकर है।
लाल सिंह ने कहा- केंद्र नहीं चाहती की यात्रा जम्मू-कश्मीर में आए
चौधरी लाल सिंह को भारत जोडो यात्रा में बुलाए जाने पर नेकां नेता व पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला ने सवाल उठाते हुए लाल सिंह पर रवाना कांड के आरोपित की मदद करने का आरोप लगाकर यात्रा से दूर रखने की बात की थी, जिसके बाद लाल सिंह मीडिया के समक्ष आते हुए कहा कि कश्मीर केन्द्रित राजनीति करने वाले दल नहीं चाहते हैं कि यात्रा सफल हो। उन्होंने कहा कि अभी आरोपित को सजा नहीं मिली है, इसीलिए दोषी नहीं कह सकते है पूरे विवाद में भाजपा के प्रति साफ्ट रहने का संकेत देते हुए कहा कि वे कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने नहीं जा रहे हैं।
रविंद्र रैना से पारिवारिक रिश्ता बताते हुए कहा कि अगर भाजपा जम्मू को अलग राज्य का दर्जा दे तो साथ है। उन्होंने कहा कश्मीर केंद्रित सियासतदान नहीं चाहते हैं कि जम्मू संभाग से कोई नेता पैदा हो। उन्हें डर सता रहा है कि जम्मू वाले मजबूत न हो जाए।
एनसी नेता कांग्रेस को कमजोर करने के लिए कर रहे फिजूल बातें
उन्होंने पूरे प्रकरण पर कांग्रेस की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस की तरफ से कठुआ में घर-घर जाकर निमंत्रण दिया गया है, इसलिए शामिल हो रहे हैॅ। उन्होंने कहा कि एनसी नेता फिजूल की बातें कर रहैं हैं, क्योंकि कांग्रेस को कमजोर करना है। आज भारत कांग्रेस कश्मीर केंद्रित सियासतदानों की वजह से कमजोर रही है, इस पर कांग्रेस को मंथन करना होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।