बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या के खिलाफ संगठनों का जोरदार प्रदर्शन, पठानकोट-जम्मू हाइवे एक घंटे तक रहा बंद
कठुआ में बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या के खिलाफ हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया। सनातन धर्म सभा और अन्य संगठनों ने पठानकोट-जम्मू हाइवे को एक घंटे ...और पढ़ें

एडवोकेट हिमांशु शर्मा ने सभी दलों से हिंदुओं के समर्थन में आने का आग्रह किया।
जागरण संवादददाता, कठुआ। बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या के बाद उसे जिंदा जला देने पर हिंदू संगठनों ने बुधवार जमकर प्रदर्शन किया। शहर के कालीबड़ी चौक पर सनातन धर्म सभा, संघर्ष समिति, विश्व हिंदु परिषद, आरएसएस ने मिलकर रोड बंद नारेबाजी की बांग्लादेश के प्रधानमंत्री का पुतला फूंका।
करीब एक घंटे तक पठानकोट जम्मू हाइवे बंद रहा। आक्रोश जाते हुए बांग्लादेश के खिलाफ रोष जताया। प्रदर्शन में विधायक भारत भूषण भी शामिल हुए। वरिष्ठ हिंदू नेता शशि शर्मा ने कहा कि बांग्लादेशी नागरिकों को चुन चुन कर देश से बाहर भेजना चाहिए। ये नतीजा सरकारों का है। जिन्होंने रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों बाहर रखा हुआ है। कहा कि बांग्लादेश में दीपू की हत्या एक बड़ी साजिश है। वहां से हिंदुओं को बाहर निकालने की साजिश है।
एडवोकेट हिमांशु शर्मा ने कहा कि भारत के खिलाफ बांग्लादेश या फिर अन्य देश नहीं बल्कि ये सब हिंदुओं के विरोध में है। ये भी कहा कि इस मुद्दे पर तमाम दल के नेता सामने नहीं आए। सिर्फ भाजपा को छोड़कर। हिंदुओं को जानबूझ कर प्रताडित किया गया है। ये भी कहा कि सरकार को चाहिए कि जिन बांग्लादेशियों को जेल में रखा गया है। जो अवैध रूप से आए हुए हैं। इन सबको चाहिए कि सरकार इनको बाहर निकाले। अब मौका आ गया है कि हिंदु एक हो जाएं।
जातपात से ऊपर उठकर आगे आएं। भाजपा के युवा नेता सक्षम शर्मा ने कहा कि हिंदुओं के सब्र को आजमाना बंद कर दें। हिंदु कमजोर नहीं है। इसलिए हिंदुओं को चाहिए कि वे खुल कर सामने आएं। हमनें ढील दी है तो आज हिंदुओं पर कभी कश्मीर तो कभी कहीं पर अत्याचार किया जा रहा है।
बांग्लादेश में हिंदू लड़के को जिंदा जला देना किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि आज वे लोग कहां हैं। जब देश में किसी और धर्म के खिलाफ कुछ होता है तो कांग्रेस शोर मचाती है। जब हिंदुओें पर कुछ होता है, तो कांग्रेस क्यों खामौश है। बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देशों में लगातार हिंदू कम हो रहे हैं। कोई पूछने वाला नहीं है। केंद्र सरकार को चाहिए इस पर सख्त कदम उठाए।

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