सर्दियों की ठंड बढ़ा रही बीमारियों का खतरा, बच्चे-बुजुर्ग बन रहे रोगों का शिकार, जानें कैसे बचाएं अपने परिवार को
सर्दियों में तापमान गिरने से बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, खासकर बच्चे और बुजुर्ग आसानी से शिकार होते हैं। ठंड से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। सर्दी, खांसी, बुखार और निमोनिया जैसी बीमारियां आम हैं। बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें, पौष्टिक भोजन लें, और नियमित रूप से हाथ धोएं।

अदरक, तुलसी और शहद का काढ़ा घरेलू उपचार में सहायक है।
जागरण संवाददाता, जम्मू। सर्दियों के दिनों की शुरूआत हो चुकी है और सुबह-शाम के समय ठंड का प्रभाव महसूस होने लगा है। हालांकि दिन के समय हर तरफ खिलने वाली धूप और मौसम साफ रहने से ठंड का कोई खास असर महसूस नहीं होता। लेकिन सुबह-शाम के समय होने वाली ठंड का इन दिनों मासूम बच्चों व बुजुर्गों की सेहत पर पड़ने वाला बुरा असर साफ नजर आ रहा है।
अस्पतालों में बढ़ रही मरीजों की संख्या
पिछले कुछ दिनों से सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार से पीढ़ित मासूम बच्चों व बुजुर्गों की सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में पहुंचने की संख्या लगातार बढ़ रही है। शहरों में जहां सरकारी व निजी अस्पतालों तो वहीं ग्रामीण इलाकों में उपजिला अस्पतालों, कम्युनिटि हेल्थ सेंटरों में हर दिन इन रोगों से पीड़ित मरीजों की संख्या में आए दिन बढ़ोतरी हो रही है।
बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित
खासतौर पर मासूम बच्चे व बजुर्ग सदस्य अपने स्वास्थ्य सबंधी उपचार के लिए सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। शुष्क मौसम की मार का इंसानी जीवन पर पड़ने वाला बुरा असर अभिभावकों व स्वजनों की चिंता बढ़ाने का काम कर रहा है। स्थानीय क्षेत्रों के अभिभावकों व स्वजनों ने कहा कि बरसात का मौसम खत्म होने के बाद एक भी जोरदार बारिश नहीं हुई है। इससे हर तरफ शुष्क स्थिती बनी हुई है, जिसका लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ना स्वभाविक है।
चिकित्सकों की सलाह पर करें अमल
बीएमओ रामगढ़ डॉ. लखविंदर सिंह ने बताया कि हर माता-पिता अपने कम उम्र बच्चों या बुजुर्ग सदस्यों को सर्दी से बचाने के लिए गर्म व ऊनी कपड़ों को पहनाए। सुबह-शाम के समय घरों से बाहर निकलने के बजाय घरों के भीतर रहना की उचित समझें। वहीं बच्चों, बुजुर्गों व अन्य उम्र दराज सदस्यों को किसी किस्म के रोग लगने पर तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पतालों में पहुंच कर डॉक्टरों से स्वास्थ्य जांच करवाएं।
इन बातों का भी रखें विशेष ध्यान
- सही कपड़े पहनें: नमी सोखने वाली बेस लेयर और हवा से बचाने वाली बाहरी लेयर वाले कपड़े पहनें। अपने सिर, हाथों और पैरों को बचाने के लिए टोपी, दस्ताने और गर्म मोज़े पहनें।
- अपनी स्किन को बचाएं: नहाने के बाद रिच मॉइस्चराइज़र का इस्तेमाल करें और सूखी, खुजली वाली स्किन से बचने के लिए हाइड्रेटेड रहें।
- साफ-सफाई बनाए रखें: जर्म्स को फैलने से रोकने के लिए अपने हाथों को बार-बार साबुन और गर्म पानी से धोएं।
- हाइड्रेटेड रहें: खूब गर्म पानी और हर्बल चाय पिएं, क्योंकि ठंडे मौसम और घर के अंदर हीटिंग से सूखी हवा से डिहाइड्रेशन हो सकता है।
- हेल्दी खाएं: अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए गर्म सूप, खट्टे फल, नट्स और दूसरी पौष्टिक चीज़ें खाएं। ज़्यादा चीनी, तले हुए खाने और ठंडे ड्रिंक्स से बचें।
- नींद को प्राथमिकता दें: मजबूत इम्यून सिस्टम के लिए 7-9 घंटे की अच्छी नींद लें।
स्वास्थ्य के लिए यह उपाय भी हैं जरूरी
- स्मोकिंग से बचें: स्मोकिंग करने से सर्दियों में आपकी सांस की नली में इन्फेक्शन होने का खतरा ज़्यादा हो सकता है।
- फ्लू का टीका लगवाएं: वैक्सीनेशन के साथ अप-टू-डेट रहने से मौसमी बीमारियों का खतरा कम हो सकता है।
- अपने घर को हवादार रखें: सुबह थोड़ी देर के लिए खिड़कियां खोलें ताकि ताज़ी हवा अंदर आ सके, भले ही मौसम ठंडा हो।
- पुरानी बीमारियों को मैनेज करें: अपने हेल्थकेयर प्रोवाइडर से बात करते रहें, जो ठंड के मौसम में दिल की बीमारी या जोड़ों की समस्याओं को मैनेज करने के बारे में सलाह दे सकते हैं।

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