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    Jammu Kashmir News: क्या है गैस्ट्रोएंटेराइटिस? तेजी से फैल रहा अनंतनाग में; 89 मामले सामने आने के बाद फैली दहशत

    By Jagran News Edited By: Jagran News Network
    Updated: Sun, 21 Jul 2024 04:23 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir News) के अनंतनाग के ट्रेल गांव में गैस्ट्रोएंटेराइटिस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने टीमें भेजकर लोगों के सैंपल इकट्ठा किया है। जांच के दौरान अब तक 89 लोग संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि अब तक एक भी संक्रमित की मौत नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को अपने नियंत्रण में बताया है।

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    अनंतनाग में तेजी से फैल रहा गैस्ट्रोएंटेराइटिस (जागरण इमेज)

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। स्वास्थ्य विभाग कश्मीर ने रविवार को कहा कि गैस्ट्रोएंटेराइटिस बीमारी फैलने के बाद अनंतनाग जिले के ब्लॉक सल्लार के गांव ट्रेल में स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। तथ्यों का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य टीमों को गांव भेजा गया है जबकि पानी और मल के सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए अनंतनाग लैब में भेजा गया है जिनकी रिपोर्ट का इंतजार है।

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    दो दिन पहले गैस्ट्रोएंटेराइटिस के मामलों की रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य निदेशक कश्मीर डॉ. मुश्ताक अहमद राथर के निर्देश पर स्वास्थ्य अधिकारियों की एक टीम ने अनंतनाग के ब्लॉक सल्लर के प्रभावित गांव ट्रेल का दौरा किया। टीम में डॉ. समीना गुल, राज्य महामारी विशेषज्ञ डॉ. अफशां अब्दुल्ला थे। इसके अतिरिक्त मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी अनतंनाग डॉ. एमवाई जगू के नेतृत्व में जिला रैपिड रिस्पांस टीम और ब्लॉक मेडिकल आफिसर डॉ. जहूर ने गहन जांच की है।

    क्या है गैस्ट्रोएंटेराइटिस?

    गैस्ट्रोएंटेराइटिस को पेट फ्लू भी कहते हैं। यह एक तरह की पेट संबंधित बीमारी है। गैस्ट्रोएंटेराइटिस पेट संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने, दूषित भोजन या दूषित पानी की वजह से फैलता है। पेट में ऐंठन, दस्त, उल्टी, मतली और हल्का बुखार गैस्ट्रोएंटेराइटिस के प्रमुख लक्षण हैं। इससे बचने के लिए दूषित भोजन और पानी का सेवन नहीं करना चाहिए और बार-बार अपने हाथ धोते रहना चाहिए।

    नहीं हुई अब तक एक भी मरीज की मौत

    अब तक गैस्ट्रोएंटेराइटिस के 89 मामले सामने आए हैं। अधिकारियों ने कहा है कि इसमें किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जांच के लिए पानी और मल के तीन-तीन सैंपल लिए गए हैं। अभी उनकी रिपोर्ट नहीं आई है। उन्होंने कहा कि इन मामलों को रोकने के लिए क्षेत्र में लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

    लोगों को उबाल कर पानी पीने के अलावा ओआरएस के पैकेट दिए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर नए मामलों को देख रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और लगातार निगरानी रखी जा रही है।

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