जम्मू में पानी ने ढाया ऐसा कहर कि हफ्ता भर करना पड़ेगा पर्याप्त पानी के लिए इंतजार, जानें किस कदर खराब है स्थिति
जम्मू में तवी नदी में आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है जिससे शहर की बिजली और पानी की सप्लाई बुरी तरह प्रभावित हुई है। बिजली आपूर्ति कुछ हद तक बहाल हो गई है लेकिन पानी की सप्लाई अभी भी बाधित है। तवी नदी पर निर्भर तीन स्टेशनों को नुकसान पहुंचा है जिससे पानी की आपूर्ति में देरी हो रही। कंपनी बाग प्लांट से पानी की सप्लाई हो रही है।

जागरण संवाददाता, जम्मू। बीते मंगलवार को तवी नदी में आई बाढ़ ने ऐसा कहर ढाया है कि एक सप्ताह बाद भी शहर पटरी पर लौट नहीं पाया है। बारिश और बाढ़ से बिजली-पानी की सप्लाई पूरी तरह से चरमरा गई।
पिछले एक सप्ताह में बिजली ढांचा तो कुछ हद तक खड़ा हो गया है लेकिन पर्याप्त पेयजल आपूर्ति के लिए जम्मूवासियों को अभी कम से कम एक सप्ताह तक का इंतजार करना पड़ सकता है।
जम्मू शहर में पानी की सप्लाई चार स्टेशनों से होती है जिनमें से दो स्टेशन तो सुचारू हो गए हैं लेकिन अभी दो स्टेशनों को फिर से चालू करने में समय लगेगा।
जम्मू शहर के चार स्टेशनों में से तीन स्टेशन तवी नदी के पानी पर निर्भर है और तवी का पानी की साफ करके शहर में सप्लाई किया जाता है।
नगरोटा स्थित शितली प्लांट, बाहूफोर्ट स्थित बाेरिया प्लांट और पंजतीर्थी के धौंथली स्थित फिल्ट्रेशन प्लांट से आधे से ज्यादा शहर में सप्लाई जाती है और बाढ़ व बारिश से इन्हें काफी नुकसान पहुंचा।
चौथा स्टेशन ज्यूल स्थित कंपनी बाग है जहां ग्राउंड वाटर लिफ्ट करके सप्लाई किया जाता है और इस समय अधिकांश शहर में इसी प्लांट से रोटेशन के आधार पर सप्लाई हो रही है।
इन स्टेशनों से होती है इन क्षेत्रों में सप्लाई
धौंथली फिल्ट्रेशन प्लांट: यहां पंजतीर्थी से लेकर गुज्जर नगर के इलाकों में पानी सप्लाई होती है जिनमें चौक चबूतरा, पक्की ढक्की, जुलाका मोहल्ला, सर्कुलर रोड, मस्तगढ़, पीर मिठ्ठा, तालाब खटिका व साथ लगते दर्जनों मोहल्ले आते हैं।
बाेरिया प्लांट : यहां से बाहू क्षेत्र के अलावा गांधी नगर व साथ लगते इलाकों में सप्लाई जाती है।
शितली प्लांट : यहां से जम्मू पश्चिम में सप्लाई आती है। नगरोटा स्थित इस प्लांट से पानी लिफ्ट करके हाईकोर्ट के ऊपर मांडा की चोटियों पर स्थित स्टोरेज बनाई गई है जहां से आगे सप्लाई जाती है।
कंपनी बाग ज्यूल: यहां से ग्राउंड वाटर लिफ्ट करके शहर के विभिन्न हिस्सों में सप्लाई किया जाता है।
धौंथली प्लांट की सूरतेहाल
तवी किनारे स्थित इस फिल्ट्रेशन प्लांट में गत मंगलवार को पांच फुट तक पानी घुस गया था। पानी तो निकल गया है लेकिन पूरा परिसर गाद से पटा हुआ है। पिछले चार-पांच दिनों से यहां गाद निकालने का काम जारी है। हालत यह है कि सभी मशीनें पानी में डूबे रहने के कारण खराब हो चुकी है।
यहां स्थित ट्यूबवेल भी क्षतिग्रस्त हो गया था जिसकी मरम्मत की जा रही है। अब गाद निकालने के बाद मशीनों को सुखाया जाएगा क्योंकि सभी मशीनों में पानी घुसने से करंट होने का खतरा बन गया है। ऐसे में अभी तीन से चार दिन मरम्मत कार्य जारी रहने के आसार है।
बोरिया प्लांट: बाहूफोर्ट स्थित इस प्लांट में मशीनरी तो दुरुस्त कर ली गई है लेकिन यहां भी धौंथली प्लांट से पानी सप्लाई होता था। यहां तवी के बीचोबीच गुजरने वाली पाइप लाइन फट चुकी हैं जिससे पानी की सप्लाई बोरिया प्लांट तक नहीं पहुंच रही।
शितली प्लांट: यहां तवी नदी का पानी साफ करके मांडा के ऊपर स्थित स्टोरेज तक पहुंचाया जाता था लेकिन पहाड़ी खिसकने से पूरी पाइन लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है जिसे अब काफी हद तक ठीक कर लिया गया है।
कंपनी बाग ज्यूल: यह एकमात्र प्लांट है जहां से अब विभिन्न जगह सप्लाई की जा रही है। कंपनी बाग से पानी लिफ्ट करके परेड सब-डिवीजन पहुंचाया जा रहा है जहां से शहर में सप्लाई हो रही है। शहर के पंजतीर्थी व आगे लगते मोहल्लों में सप्लाई के लिए परेड से पानी धौंथली सप्लाई किया जा रहा है और यहां से आगे सप्लाई की जा रही है।
तवी में पानी का रूख बदलने से भी आई मुश्किल
तवी में बाढ़ के बाद पानी का रूख भी बदल गया है। बाढ़ से पूर्व धौंथली तवी के पानी का बहाव दाईं ओर पुराने शहर की तरफ भी था जिससे फिल्ट्रेशन प्लांट में पानी लिफ्ट किया जाता था लेकिन अब पूरा बहाव वितरित दिशा में बाहूफोर्ट क्षेत्र की ओर हो गया है। ऐसे में अब जलशक्ति विभाग जेसीबी की मदद से सिद्दड़ा पुल के आगे से पानी का रूख मोड़ने में भी जुटा है ताकि फिल्ट्रेशन प्लांट तक पानी पहुंचाया जा सके।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।