सज गया मां का दरबार... कल से शुरू होगी वैष्णो देवी यात्रा, 18 दिन में एक हजार करोड़ का नुकसान
मां वैष्णो देवी की यात्रा 18 दिन बाद 14 सितंबर से फिर शुरू हो रही है जिससे कटड़ा में खुशी की लहर है। भूस्खलन के कारण यात्रा स्थगित कर दी गई थी। श्राइन बोर्ड ने यात्रा मार्गों की सफाई कर दी है। यात्रा बंद रहने से व्यापारियों और मजदूरों को काफी नुकसान हुआ है। इस बार नवरात्र में कार्यक्रम सादगी से होंगे।

राकेश शर्मा, जम्मू। मां वैष्णो देवी ने अपने भक्तों की पुकार सुन ली है। 18 दिन के लंबे इंतजार के बाद माता वैष्णो देवी की यात्रा रविवार, 14 सितंबर से फिर शुरू हो रही है। इससे कटड़ा, भवन और यात्रा मार्ग पर छाया सन्नाटा टूटने के साथ फिर श्रद्धालु जयकारे व भजन-कीर्तन करते नजर आएंगे।
यात्रा शुरू होने की सूचना मिलते ही कटड़ा में रुके श्रद्धालु बेहद उत्साहित हैं। यात्रा मार्ग पर काम करने वाले घोड़ा, पिट्ठू वालों से लेकर कटड़ा और जम्मू के व्यापारियों के चेहरे भी खिल उठे हैं।
इस बीच, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने यात्रा मार्गों की साफ-सफाई तेज कर दिया है। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि यात्रा संबंधी जानकारी के लिए श्रद्धालु वेबसाइट www.mavaishnodevi.org का उपयोग कर सकते हैं।
यात्रा मार्ग पर 34 लोगों की गई थी जान
यात्रा मार्ग पर 26 अगस्त को आद्कुंवारी क्षेत्र के पास भारी भूस्खलन होने से 34 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। इसके बाद लगातार वर्षा व यात्रा मार्ग की स्थिति को देखते हुए श्राइन बोर्ड ने यात्रा स्थगित कर दी थी। इसपर देशभर से आए अधिकतर श्रद्धालु लौट गए थे।
कई श्रद्धालु अभी भी कटड़ा में यात्रा शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। यह पहली बार है जब भूस्खलन के कारण इतने लंबे समय तक यात्रा स्थगित रही। वर्ष 2005 व 2014 में भूस्खलन से यात्रा चार से पांच दिन बंद रही थी।
हालांकि, कोरोना काल में यात्रा छह माह बंद थी। वहीं, भूस्खलन से प्रभावित हुए अर्धकुंवारी क्षेत्र की मरम्मत कर श्रद्धालुओं के चलने लायक बना दिया गया है। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन दल व बोर्ड के कर्मियों को तैनात किया गया है। यात्रा शुरू होने की जानकारी मिलते ही कटड़ा में बंद पड़ी दुकानें फिर खुलना शुरू हो गई हैं।
चूंकि कटड़ा का व्यापार यात्रा पर ही निर्भर है, ऐसे में यात्रियों के न आने से कारोबार भी लगातार 18 दिन से बंद पड़ा था। व्यापारियों का दावा है कि इन 18 दिन में कटड़ा में व्यापार, ट्रांसपोर्ट व होटल इंडस्ट्री को 800 से 1000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। वहीं, जम्मू के कारोबार के लिए भी यात्रा विशेष महत्व रखती है। कटड़ा आने वाले श्रद्धालु जम्मू में भी आकर खरीदारी करते हैं।
मौसम में सुधार को देखते हुए यात्रा को सुचारु करने का निर्णय लिया गया है। श्रद्धालुओं से अपील है कि वे यात्रा के दौरान सुरक्षा बल और प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें, ताकि किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। -श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड
कटड़ा के साथ जम्मू के व्यापार के लिए भी विशेष महत्व रखती है मां वैष्णो देवी की यात्रा घोड़ा, पिट्ठू, पालकी वालों से लेकर दुकानदारों के चेहरे खिले, श्राइन बोर्ड भी तैयारी में जुटा 26 अगस्त को आद्कुंवारी क्षेत्र के पास भूस्खलन से 34 श्रद्धालुओं की हुई थी मौत
कटड़ा में माता वैष्णो देवी के यात्रा मार्ग पर साफ-सफाई करते श्राइन बोर्ड के कर्मी l जागरण
इस बार नवरात्र में सादगी से होंगे कार्यक्रम 22 सितंबर से पवित्र नवरात्र शुरू हो रहे हैं, लेकिन इस बार अर्धकुंवारी हादसे को देखते हुए कटड़ा में बेहद सादगी से धार्मिक कार्यक्रम का अयोजन होगा। इस बार अखिल भारतीय भेंट प्रतियोगिता, शोभा यात्रा और दंगल आदि कार्यक्रम नहीं होंगे। हालांकि नवरात्र पर होने वाले कार्यक्रमों को लेकर अंतिम निर्णय श्राइन बोर्ड और प्रशासन की बैठक में लिया जाएगा।
एक सप्ताह के इंतजार के बाद अब मिली खुशी
महाराष्ट्र के जिला भंडारा के श्रद्धालु रामचंद्र ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि वे अपने 15 साथियों के साथ पांच सितंबर को कटड़ा पहुंचे थे, लेकिन पता चला कि यात्रा स्थगित है।
उन्होंने निर्णय लिया कि जब तक मां के दर्शन नहीं कर लेते वे घर नहीं लौटेंगे। अब मां वैष्णो देवी की यात्रा फिर से शुरू होने की खबर से हम सभी प्रसन्न हैं। कटड़ा में रुके अन्य श्रद्धालुओं ने भी यात्रा के सुचारू होने पर खुशी जताई।
हजार करोड़ का नुकसान
यात्रा बंद रहने से कटड़ा में व्यापार, ट्रांसपोर्ट व होटल इंडस्ट्री को 800 से 1000 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। कटड़ा में 650 से 700 होटल हैं। सबसे अधिक होटल इंडस्ट्री को ही 400 से 500 करोड़ का नुकसान हुआ है। यात्रा शुरू होने से व्यापारी वर्ग को कुछ राहत मिलेगी।
कटड़ा के कई व्यापारियों ने बैंक से लोन ले रखा है। इसलिए हमारी सरकार से मांग है कि लोन चुकाने में कम से कम हमें छह माह की राहत दी जाए। इसके आलावा राहत पैकज भी दिया जाए, ताकि व्यपारी फिर खड़े हो सकें।-राज कुमार पादा, कटड़ा चैंबर के अध्यक्ष
कटड़ा ड्राई फ्रूट यूनियन के अध्यक्ष कुलदीप सडोत्रा ने कहा कि कटड़ा में 400 से अधिक ड्राई फ्रूट की दुकानें हैं। हम व्यापारियों को 150 से 200 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। इसके अलावा दुकानें बंद रहने से हमारा अखरोट, बादाम व अन्य ड्राई फ्रूट भी खराब हो गया है। यात्रा शुरू होना राहत की बात है।
यात्रा मार्ग पर करीब 12 हजार घोड़ा, पिट्टू और पालकी मजदूरों की रोजी-रोटी श्रद्धालुओं से ही चलती है। 18 दिन मजदूरों की कमाई का साधन बंद हो गया, जिससे उन्हें काफी नुकसान पहुंचा है। कई मजदूरों के पास घर चलाने के लिए भी पैसे नहीं हैं। -सोनू ठाकुर, मजदूर यूनियन के नेता
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