Move to Jagran APP

Target Killings In Kashmir: अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा पर आज दिल्ली में होगा मंथन, अमित शाह से मिलेंगे राज्यपाल मनोज सिन्हा

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मंगलवार को होने जा रही बैठक में भाग लेने के लिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा बीते इतवार को ही दिल्ली पहुंच गए थे। जम्मू कश्मीर पुलिस के खुफिया विंग की कमान संभाल रहे अतिरिक्ति पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन आज दिल्ली पहुंचे हैं।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Mon, 16 May 2022 08:38 PM (IST)Updated: Mon, 16 May 2022 08:53 PM (IST)
Target Killings In Kashmir: अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा पर आज दिल्ली में होगा मंथन, अमित शाह से मिलेंगे राज्यपाल मनोज सिन्हा
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मंगलवार को नई दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीरी हिंदुओं व अन्य राज्यों के लोगों की कश्मीर में टारगेट किलिंग की लगातार हो रही घटनाओं से उपजे हालात और अगले माह शुरु होने जा रही श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा की वार्षिक तीर्थयात्रा के मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मंगलवार को नई दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे।

loksabha election banner

बैठक मे उपराज्यपाल मनोज सिन्हा,जम्मू-कश्मीर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, महानिदेशक सीआरपीएफ व केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी भाग ले रहे हैं।

कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य पर बीते एक सप्ताह के दौरान यह दूसरी बैठक है। इससे पूर्व 13 मई को केंद्रीय गृहसचिव एके भल्ला ने जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ नागरिक और पुलिस अधिकारियों व केंद्रीय अर्धसैनिकबलों के वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक में सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लिया था।

दिल्ली में होने जा रही इस बैठक से पूर्व महानिदेशक सीआरपीएफ पंकज सिंह ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर, सीआरपीएफ और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों संग हालात का जायजा लिया है। वह आज सुबह ही श्रीनगर से दिल्ली लौटे हैं। दिल्ली लौटने से पूर्व उन्होंने बालटाल, नुनवन और पवित्र गुफा का दौरा कर श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के संदर्भ में की जा रही तैयारियों का भी जायजा लिया है। उन्होंने श्रीनगर में आतंकरोधी अभियानों पर भी सीआरपीएफ के संबंधित अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया है।

समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा की वार्षिक तीर्थयात्रा 30 जून को शुरु हो रही है। इसमें करीब आठ लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। आतंकी संगठन टीआरएफ ने तीर्थयात्रा पर हमले की धमकी दे रखी है। यात्रा में विघ्न डालने और कश्मीर में माहौल बिगाड़ने की साजिश के तहत आतंकियों ने एक बार फिर टारगेट किलिंग का सिलसिला शुरु कर रखा है। बीते सप्ताह उन्होंने एक निहत्थे पुलिसकर्मी रियाज अहमद ठोकर को उसके घर के बाहर मौत के घाट उतारने के अलावा एक कश्मीरी हिंदू कर्मचारी राहुल भट्ट की तहसीलदार कार्यालय में दाखिल होकर हत्या कर दी थी। आतंकी वारदातों में बढ़ोतरी से जहां वादी में सुरक्षा प्रबंधों पर सवाल उठने लगा है, वहीं लोगों मे भी डर फैल गया है।

संबंधित अधिकाररियों ने बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मंगलवार को होने जा रही बैठक में भाग लेने के लिए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा बीते इतवार को ही दिल्ली पहुंच गए थे। मुख्यसचिव डा अरुण कुमार मेहता,पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह और जम्मू कश्मीर पुलिस के खुफिया विंग की कमान संभाल रहे अतिरिक्ति पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन आज दिल्ली पहुंचे हैं। महानिदेशक सीआरपीएफ पंकज सिंह भी आज सुबह ही श्रीनगर से दिल्ली पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि बैठक में जम्मू-कश्मीर प्रदेश प्रशासन आतंकी गतिविधियों से निपटने और लोगों में सुरक्षा एवं विश्वास की भावना को बढ़ाने के साथ साथ श्री अमरनाथक की वार्षिक तीर्थयात्रा के सुरक्षा कवच के संदर्भ में अपनी कार्ययोजना का उल्लेख करेगा।

श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा को पूरी तरह सुरक्षित बनाए रखने के लिए केंद्र से केंद्रीय अर्धसैनिकबलों की करीब 40 अतिरिक्त वाहिनियों को उपलब्ध कराने का आग्रह भी किया जाएगा। करीब डेढ़ दर्जन वाहिनियां बीते एक माह के दौरान प्रदेश में अन्य राज्यों से पहुंची भी हैं। उन्हाेंने बताया कि बैठक में टारगेट किलिंग को रोकने और आतंकियों के इको सिस्टम को पूरी तरह तबाह करने , पड़ोसी मुल्क के ड्रोन की गतिविधियों से निपटने और यात्रा मार्ग के साथ सटे इलाकों में चलाए जाने वाले आतंकरोधी अभियानों की रणनीति पर भी बात होगी। इस संदर्भ में गृहमंत्राल ने जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से उनकी कार्ययोजना पर एक रिपोर्ट भी तलब की है। इसके अलावा वादी में रहने वाले अल्पसंख्यकों विशेषकर कश्मीरी हिंदू कर्मचारियों की सुरक्षा का मुद्दा भी बैठक के एजेंडे में रहेगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.