TS Wazir Murder Case: हरमीत ने पुलिस को दिया बयान, कहा-वजीर को मारने के लिए उसे हरप्रीत ने उकसाया था
वजीर हत्याकांड की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को मुख्य हत्यारोपी हरमीत सिंह के सांबा और विजयपुर के बीच एक गांव में छुपे होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद से बीते दो दिन से दिल्ली पुलिस वहां देखी जा रही थी।

जम्मू्, जागरण संवाददाता : नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व एमएलसी टीएस वजीर हत्याकांड के मुख्य आरोपित हरमीत सिंह ने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच शाखा को बयान दिया है कि टीएस वजीर को मारने के लिए उसे हरप्रीत ने उकसाया था। उसने उसे कहा कि टीएस वजीर उसके बेटे को मारने की साजिश रच रहा है और इसके लिए उसने पंजाब और हरियाणा के गैंगस्टरों को काम पर रखा है। उन्हें यह काम सौंपने के बाद वह खुद कनाडा भाग रहा है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गत रविवार को टीएस वजीर हत्याकांड के मुख्य आरोपित हरमीत सिंह को जिला सांबा के एक सीमांत गांव से गिरफ्तार कर लिया। यही नहीं उसने जिस पिस्ताैल से वजीर को गोली मारी थी, उसे भी बरामद कर लिया गया है। हरमीत सिंह निवासी नानक नगर, जम्मू को गिरफ्तार करने के बाद क्राइम ब्रांच सीधे दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
दिल्ली पुलिस को दिए गए बयान में हरमीत ने बताया कि उसने अपने दोस्त हरप्रीत सिंह के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। हरमीत ने पुलिस के समक्ष माना कि गुरुद्वारा के काम को लेकर उसके और वजीर के बीच करीब तीन साल से मतभेद थे। लेकिन हरप्रीत ने कथित तौर पर उसे वजीर को मारने के लिए उकसाया और इसके लिए उसे एक बंदूक भी दी।
हरप्रीत 3 सितंबर को उसके होटल में आया और उसे बताया कि वजीर उसके बेटे को खत्म करने की योजना बना रहा है। उसने इसके लिए पंजाब और हरियाणा के गैंगस्टरों को काम पर रखा है। खुद वह कनाडा भाग रहा है। इसके बाद वह उसे अपने अपार्टमेंट में ले गया। यही नहीं हरप्रीत ने ही हरमीत को सुसाइड नोट लिखने के लिए मजबूर किया। जिस समय उन्होंने यह नोट लिखा उस दौरान वे जम्मू बस स्टैंड पर थे। हरप्रीत ने ही बाद में कथित तौर पर सुसाइड नोट को फेसबुक पर पोस्ट किया था।
क्राइम ब्रांच ने हरमीत सिंह की गिरफ्तारी की भनक सांबा पुलिस को भी लगने नहीं दी। एसएसपी सांबा राजेश शर्मा का कहना है कि उन्हें हरमीत सिंह की गिरफ्तारी के बारे में कोई सूचना नहीं है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने हमे इस बारे में कुछ नहीं बताया है।
वहीं डीसीपी (Special Cell) संजीव कुमार यादव ने हरमीत की गिरफ्तारी के बारे में बताया कि हमें इस बात की जानकारी मिल गई थी कि वह जिला सांबा के एक सीमांत गांव में छिपा हुआ है। जल्द ही वह अपना ठिकाना बदलेगा। उन्होंने गांव के आसपास एक टीम को तैनात कर दिया। जैसे ही वह अपने ठिकाने से बाहर निकला उसे पिस्तौल समेत दबोच लिया गया।
दिल्ली पुलिस ने इससे पूर्व इस हत्याकांड में शामिल एक आरोपित राजू गंजा को भी सांबा से ही गिरफ्तार किया था। जिसके बाद इस हत्याकांड की परते खुल पाई थी। ऐसा कहा जा रहा है कि उसने ही पूछताछ के दौरान हरमीत के सांबा में छिपे हाेने का खुलासा किया है। हरमीत की गिरफ्तार के बाद अब इस हत्याकांड की सच्चाई सामने आ जाएगी।
यहां यह बता दें कि टीएस वजीर की हत्या का पता नौ सितंबर को चला था। इसके बाद इस हत्याकांड की जांच को गुमराह करने के लिए इंटरनेट मीडिया पर हत्या का कबूलनामा वायरल हुआ था। वायरल कबूलनामे के मामले में दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने आइपी एड्रेस की मदद से एक युवक को गिरफ्तार किया था। 15 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने वजीर हत्याकांड में पहली गिरफ्तार राजू गंजा की कि थी। इसके बाद एक अन्य आरोपित को भी गिरफ्तार करने का दिल्ली पुलिस ने दावा किया था।
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