जम्मू-कश्मीर के रामबन में बाढ़ ने मचाई तबाही, 3 लोगों की गई जान; LG सिन्हा और CM उमर अब्दुल्ला ने जताया दुख
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ (Flood in Ramban) ने तबाही मचा दी है। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई है और कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटना पर दुख जताया है और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।

पीटीआई, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रामबन जिले में बारिश और बाढ़ से संबंधित मौतों पर दुख जताया। रामबन में बाढ़ के कारण तीन लोगों की जान गई थी। उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार प्रभावित परिवारों को पर्याप्त राहत प्रदान करने के लिए केंद्र से वित्तीय सहायता का अनुरोध करेगी।
बाढ़ में तीन लोगों की हुई थी मौत
रविवार तड़के रामबन जिले में विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में तीन लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोगों को बचाया गया। लगातार बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाशरी और बनिहाल के बीच लगभग एक दर्जन स्थानों पर भूस्खलन और मिट्टी धंस गई, जिससे यातायात बाधित हो गया।
एलजी सिन्हा ने व्यक्त किया शोक
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कि रामबन में लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण हुई दुखद क्षति से बहुत दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और बचाव दल तेजी से राहत सुनिश्चित करने के लिए काम पर हैं। सिन्हा ने कहा कि प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता दी जा रही है।
सीएम उमर अब्दुल्ला बोले- परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा एक्स पर साझा किए गए एक पोस्ट में अब्दुल्ला ने कहा कि वह रामबन में हुए दुखद भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से बेहद दुखी हैं, जिससे जान-माल का काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं।
उन्होंने कहा कि हम स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं, ताकि जहां भी जरूरत हो, तत्काल बचाव प्रयास सुनिश्चित किए जा सकें। आज मैं बहाली, राहत और मरम्मत योजनाओं की समीक्षा करूंगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल, जमीनी स्तर पर स्थिति को संभालने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा संबंधी सलाह का पालन करें और संवेदनशील क्षेत्रों में अनावश्यक आवाजाही से बचें। डिप्टी सीएम सुरिंदर चौधरी ने कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने के लिए रामबन जा रहे हैं।
पुलिस ने 100 से अधिक ग्रामीणों को बचाया
रामबन के सेरी बागना गांव में बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें भाई आकिब अहमद और मोहम्मद साकिब शामिल हैं। धर्म कुंड गांव में अचानक आई बाढ़ के कारण करीब 40 रिहायशी घर क्षतिग्रस्त हो गए। दस घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि बाकी को आंशिक नुकसान पहुंचा।
लगातार बारिश और बादल फटने के बावजूद मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने फंसे हुए 100 से अधिक ग्रामीणों को बचाया। नाले के उफान पर होने से आई बाढ़ में कई वाहन बह गए। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश, बादल फटने, तेज हवाओं, भूस्खलन और ओलावृष्टि के कारण पूरे जिले में भारी नुकसान हुआ है।
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