Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जम्मू-कश्मीर: 10वीं में टॉप करने वाली छात्राओं को सम्मान, सांसद ने बांटे लैपटॉप

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 02:54 PM (IST)

    राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ऊधमपुर-डोडा संसदीय क्षेत्र की 10 टॉपर छात्राओं को लैपटॉप देकर सम्मानित किया। उन्होंने छात्राओं को दिवाली का तोहफा दिय ...और पढ़ें

    Hero Image

    जम्मू-कश्मीर: सांसद द्वारा 10वीं की टॉपर छात्राओं को लैपटॉप (File Photo)

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने अपने ऊधमपुर-डोडा संसदीय क्षेत्र की टाप करने वाली 10 छात्राओं को लैपटॉप देकर सम्मानित किया।

    जम्मू के त्रिकुटानगर में अपने आवास पर डॉ. जितेंद्र ने संसदीय क्षेत्रों के पांच जिलों में हर जिलों की दो-दो टापरों को घर बुलाकर न सिर्फ दिवाली का तोहफा दिया अपितु कड़ी मेहनत से लक्ष्य हासिल करने की उनकी उम्मीद को भी बल दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ये छात्राएं डॉ. जितेंद्र के संसदीय क्षेत्र के ऊधमपुर, कठुआ, रामबन, किश्तवाड़ व डोडा जिलों से हैं। उनसे में कुछ किश्तवाड़ जिले के दूरदराज छात्रू, पाडर व रामबन जिले के पोगल से हैं। उन्हें नाश्ते पर घर बुलाने वाले डा जितेंद्र ने मिठाई खिलाकर उनका मुंह मीठा करते हुए उम्मीद जताई कि वे इसी तरह से अपने बेहतर प्रदर्शन को जारी रख सपनों को साकार करेंगी। छात्राओं ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि वे भविष्य में क्या बनना चाहती हैं।

    डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह लैपटॉप इन मेहनती छात्राओं के लिए एक सच्चा दीपावली उपहार है। एक दशक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेषकर बेटियों के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं। ऐसा उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए किया जा रहा है।

    केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह पहल उन्हें उन मंत्रालयों में मिले अनुभवों से प्रेरित होकर शुरू की गई है जो युवाओं से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि आज देश में लगभग 1.75 लाख स्टार्टअप्स पंजीकृत हैं। इनमें से 50 से 60 हजार महिला-नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स हैं।

    डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि सिविल सेवा परीक्षा में भी बेटियां लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। इस वर्ष भी शीर्ष तीन आल इंडिया टापश्र लड़कियाँ हैं। वर्ष 2022 में पुंछ डिग्री कालेज की छात्रा 11वीं रैंक पर रही। यहां तक कि अंतरिक्ष क्षेत्र में भी आदित्य एल 1 व चंद्रयान-3” जैसी परियोजनाओं में महिलाओं ने अग्रणी भूमिका निभाई है।

    उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने विद्यार्थियों को अपनी रुचि और योग्यता के अनुसार विषय चुनने की स्वतंत्रता दी है। इससे शिक्षा क्षेत्र में अवसरों व आकांक्षाओं का वास्तविक लोकतंत्रीकरण हुआ है। केंद्रीय मंत्री ने केंद्र सरकार का लक्ष्य युवाओं को आवश्यक कौशलों से सशक्त बनाना है।

    ऐसा उन्हें भविष्य में देश का नेतृत्व संभालने में सक्षम बनाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि जब भारत अपनी स्वतंत्रता की शताब्दी वर्ष 2047 मनाएगा, तब यही युवा पीढ़ी प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत 2047 के सपने को साकार करने की दिशा में अग्रणी भूमिका निभाएगी।