Baba Amarnath के दर्शन भी करेंगे और पहलगाम के हमलावरों को मुंहतोड़ जवाब भी देंगे
पहलगाम हमले के बावजूद अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ है। देश के विभिन्न हिस्सों से भारी संख्या में श्रद्धालु जम्मू पहुंच रहे हैं। वे आतंकवादियों को यह संदेश देना चाहते हैं कि कोई भी उन्हें बाबा बर्फानी के दर्शन करने से नहीं रोक सकता। जम्मू में पंजीकरण केंद्रों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है प्रशासन को टोकन की संख्या बढ़ानी पड़ रही है।

जागरण संवाददाता, जम्मू। पहलगाम हमले के बाद जिस तरह से पर्यटकों ने जम्मू-कश्मीर से किनारा किया था, उससे यह अटकलें लगाई जा रही थी कि शायद पहलगाम हमले का असर वार्षिक अमरनाथ जी की यात्रा पर भी पड़े और इस बार कम संख्या में श्रद्धालु पहुंचे लेकिन अभी तक की यात्रा के दौरान कहीं पर भी ऐसा कुछ नजर नहीं आया।
देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु भारी संख्या में यात्रा के लिए जम्मू पहुंच रहे हैं और हजारों की संख्या में श्रद्धालु सीधे कश्मीर से अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं। इस बार यात्रा के लिए जम्मू पहुंच रहे श्रद्धालुओं का उत्साह दोगुना नजर आ रहा है। इन श्रद्धालुओं का कहना है कि इस बार की यात्रा तो उनके लिए और भी खास है। क्योंकि इस बार वो सिर्फ बाबा बर्फानी के दर्शन करने नहीं आए, बल्कि पहलगाम में हमला करने वाले आतंकवादियों और पाकिस्तान को यह मुंहतोड़ जवाब देने आए हैं कि वो चाहे कुछ कर ले, दुनिया की कोई ताकत उन्हें अपने भोलेनाथ के दर्शनों के लिए आने को नहीं रोक सकती और न ही कश्मीर में अस्थिरता पैदा करके देशवासियों को कश्मीर से दूर कर सकती है।
तीन जुलाई से आरंभ हुई वार्षिक यात्रा के लिए जम्मू में 30 जून से तत्काल पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हुई थी और पिछले पांच दिनों के दौरान तत्काल पंजीकरण केंद्रों के बाहर रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। आलम यह है कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन को तत्काल पंजीकरण के लिए जारी होने वाले टोकन की संख्या रोजाना बढ़ानी पड़ रही है।
गत दिवस प्रशासन की ओर से पांच हजार एडवांस टोकन जारी किए गए थे और शुक्रवार को भी प्रशासन की ओर से चार हजार एडवांस टोकन जारी किए गए। शनिवार को जम्मू रेलवे स्टेशन स्थित सरस्वती धाम में पहलगाम मार्ग के लिए 1500 जबकि बालटाल मार्ग के लिए 1600 श्रद्धालुओं को टोकन जारी किया गया। अब ये श्रद्धालु वैष्णवी धाम, पंचायत घर व महाजन हाल में जाकर अपना पंजीकरण करवाएंगे। इसी तरह जिन्हें एडवांस टोकन जारी किए गए हैं, वे कल रविवार को अपना पंजीकरण करवाएंगे।
-मै पिछले दस साल से इस यात्रा पर आ रहा हूं लेकिन इस बार यात्रा पर आने की खास वजह है। पहले मेरा इस साल यात्रा पर आने का प्रोग्राम नहीं था लेकिन पहलगाम हमले के बाद जिस तरह की बातें हो रही थी, उससे मैने ठान लिया कि मै जरूर जाऊंगा। अब जम्मू पहुंच गया और बाबा बर्फानी के दर्शन करने के बाद पहलगाम जाकर इंसानियत के दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब भी दूंगा। -एडवोकेट मोहित, दिल्ली हाईकोर्ट
-मै इस बार यात्रा पर सिर्फ इसलिए आया कि वापस जाकर उन लोगों को संदेश दे सकू जो कहते हैं कि जम्मू-कश्मीर अब सुरक्षित नहीं। मै पिछले दो दिन से जम्मू में हूं और मुझे कुछ भी अजीब नहीं लगा। हमारे सुरक्षाबल चप्पे-चप्पे पर तैनात है। अब कश्मीर जा रहा हूं। मुझे मेरे बाबा बर्फानी और सुरक्षाबलों पर पूरा विश्वास है। जो लोग जम्मू-कश्मीर को असुरक्षित बताते हैं, उन्हें मुझे जवाब देना है। -एडवोकेट संजय, दिल्ली हाईकोर्ट
-यह सच है कि जब से पहलगाम हमला हुआ है, हमारे दक्षिण भारत के लोग यहां आने से डर रहे हैं। मै अपने दोस्तों के साथ यहां आया हूं और मैने देखा है कि यहां सब कुछ ठीक है। बस यहीं बात मै अपने शहर के लोगों को बताना चाहता हूं। यहां कि सरकार को भी देश के अन्य हिस्सों में रहने वाले लोगों को बताना चाहिए कि पहलगाम सिर्फ एक दर्दनाक घटना थी, अब जम्मू-कश्मीर पूरी तरह से सामान्य है। -एडवोकेट नीतिश, दिल्ली हाईकोर्ट
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