योग के साथ पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा, इस बार अंतरराष्ट्रीय सीमा व मार्तंड मंदिर में योग दिवस पर जुटेंगे लोग
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हो रहे योग महोत्सव में पहले इस वर्ष योग दिवस से पहले बीस जून तक 75 आइकानिक स्थलों पर कार्यक्रम करना था लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 140 स्थानों पर कर दिया गया। हर जिले के सात आइकानिक स्थलों पर योग हो रहा है।

जम्मू, रोहित जंडियाल : जम्मू-कश्मीर में इस बार योग दिवस को बड़े पैमाने पर मनाने की तैयारी चल रही है। केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के तीन ऐतिहासिक स्थलों को योग दिवस के लिए चुना है। इनमें भारत पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित सुचेतगढ़, कश्मीर के अनतंनाग जिले के मार्तंण्डय मंदिर और श्रीनगर के डल किनारे स्थित शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर शामिल हैं। तीनों में ही भारी संख्या में लोगों के एकत्रित होने की उम्मीद है। योग के साथ-साथ इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हो रहे योग महोत्सव में पहले इस वर्ष योग दिवस से पहले बीस जून तक 75 आइकानिक स्थलों पर कार्यक्रम करना था लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 140 स्थानों पर कर दिया गया। हर जिले के सात आइकानिक स्थलों पर योग हो रहा है। इन दिनों कार्यक्रम जारी हैं। जम्मू जिले में यह कार्यक्रम, बाहु फोर्ट, बावे द तालाब, जिया पोता घाट, तवी रिवर फ्रंट, मुबारक मंडी, बावे और रघुनाथ मंदिर शामिल हैं। इन सभी स्थलों पर योग कार्यक्रम हो रहे हैं। कुछ जगहों पर आयुष विभाग ने कार्यक्रम आयोजित भी किए हैं। इनमें सेना के जवानों से लेकर आम नागरिकों तक ने भाग लिया है।
अब योग दिवस को यादगार बनाने के लिए तीन प्रमुख स्थलों पर कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी चल रही है। सुचेतगढ़ स्थित अंतरराष्ट्रीय सीमा पर प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह मुख्य अतिथि होंगे। इस जगह पर सीमा सुरक्षा बल के जवान योग करते नजर आएंगे। इसी तरह एसकेआइसीसी और मार्तंण्डय मंदिर में भी कार्यक्रम को यादगार बनाने की तैयारी चल रही है। मार्तंण्डय मंदिर में पहली बार योग पर कार्यक्रम हो रहा है। दक्षिण कश्मीर के अनतंनाग जिले में स्थित यह एक अहम धार्मिक स्थल है और लाखों लोगों की आस्था का केंद्र हैं। वहीं डल झील के किनारे भी लोग योग आसन करते हुए देखे जा सकते हैं।
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