सोनम वांगचुक का बचना नामुमकिन, प्रशासन बोला- हमारे पास उन पर कार्रवाई के पर्याप्त सुबूत
लद्दाख प्रशासन ने एक बार फिर साफ किया है कि लेह हिंसा के बाद सोनम वांगचुक व अन्य पर कार्रवाई के लिए प्रशासन के पास पुख्ता सुबूत हैं। यहां बता दें कि सोनम वांगचुक की पत्नी और कुछ अन्य लोग प्रशासन द्वारा सोनम वांगचुक की संस्थाओं पर कार्रवाई को बदले की कार्रवाई करार दे रहे थे। साथ ही कहा कि आरोपों की जानकारी उनको पहले ही दी गई है।

जागरण संवाददाता, लेह। लद्दाख प्रशासन ने एक बार फिर साफ किया है कि लेह हिंसा के बाद सोनम वांगचुक व अन्य पर कार्रवाई के लिए प्रशासन के पास पुख्ता सुबूत हैं। यहां बता दें कि सोनम वांगचुक की पत्नी और कुछ अन्य लोग प्रशासन द्वारा सोनम वांगचुक की संस्थाओं पर कार्रवाई को बदले की कार्रवाई करार दे रहे थे। साथ ही कहा कि आरोपों की जानकारी उनको पहले ही दी गई है।
सोनम उत्तेजक बयान देते रहे
प्रशासन ने पर्यावरण कार्यकर्ता पर आरोप मढ़ते हुए कहा कि 20 सितंबर को वार्ता कि तिथि घोषित कर दी गई थी और सरकार वार्ता की तिथि में बदलाव पर भी सहमत थी। लेकिन, सोनम उत्तेजक बयान देते रहे।
साथ ही प्रशासन ने आरोप लगाया कि सोनम वांगचुक ने (9 सितंबर, 2025) को युवाओं को कोविड के नाम पर प्रदर्शन में भाग लेते समय मास्क, कैप और हूडी पहनने का सुझाव दिया, जबकि लद्दाख में कोविड के फैलने के कोई संकेत नहीं हैं।
सोनम ने युवाओं को शांत करने का प्रयास नहीं किया
प्रशासन का आरोप है कि हिंसा फैलने के बाद बुजुर्ग नेता युवाओं को शांत कराने के लिए दौड़े पर सोनम ने युवाओं को शांत करने का कोई प्रयास नहीं किया।
प्रशासन के आरोपों के घेरे में सोनम
प्रशासन का आरोप है कि उन्होंने कई अवसरों पर अनशन स्थल से नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश का संदर्भ देते हुए युवाओं को भड़काने का प्रयास किया।
- 11 सितंबर, 2025 को एक साक्षात्कार में उन्होंने कथित तौर पर कहा कि युवा कह रहे हैं कि वे शांति नहीं चाहते। लोग तैनात सुरक्षा बलों से डरते नहीं हैं, और यदि लोग बाहर आते हैं तो स्थिति और खराब हो सकती है।
- आरोप है कि स्थानीय भाषा में अपने यूट्यूब चैनल पर (आठ जून, 2025) को उन्होंने कहा कि वह भारत में 'अरब स्प्रिंग' जैसे आंदोलन लाएंगे ताकि सरकार को उखाड़ फेंका जा सके।
सोनम वांगचुक के करीबियों सरकार पर लगाए आरोप
इसके अलावा इस उद्देश्य के लिए आत्मदाह का विचार भी प्रस्तुत किया। एचआइएएल और सेक्मोल में कार्रवाई के सुबूत: सोनम वांगचुक के करीबियों का आरोप है कि बेवजह उन्हें फंसाया गया है। वहीं प्रशासन का तर्क है कि एचआइएएल और सेक्मोल में कार्रवाई उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर हुई है। विदेशी मुद्रा उल्लंघनों का मामला एजेंसियों द्वारा जांच के अधीन है।
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