Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Jammu Kashmir: जनता को डोगरा इतिहास के बारे में जागरूक करना जरूरी

    By Vikas AbrolEdited By:
    Updated: Wed, 15 Jun 2022 07:53 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर के पहले डोगरा शासक महाराजा गुलाब सिंह के राज्याभिषेक वर्ष के 200 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में बुधवार को जम्मू क्लब और आइआइआइएम जम्मू के सभागार में गुलाब गाथा दर्शायी गई। इससे पहले इसे पांच क्षेत्रों में दर्शाया गया।

    Hero Image
    फिल्म को प्रदर्शित करने के प्रयासों के लिए नटरंग की टीम की सराहना की।

    जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू-कश्मीर के पहले डोगरा शासक महाराजा गुलाब सिंह के राज्याभिषेक वर्ष के 200 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में बुधवार को जम्मू क्लब और आइआइआइएम, जम्मू के सभागार में गुलाब गाथा दर्शायी गई। इससे पहले इसे पांच क्षेत्रों में दर्शाया गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    महाराजा गुलाब सिंह मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से नटरंग द्वारा महाराजा गुलाब सिंह के 200वें राज्याभिषेक समारोह के उपलक्ष्य में और जनता को उनके इतिहास के बारे में जागरूक करने के लिए इन स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया। इस मौके पर सचिव जम्मू क्लब गौरव गुप्ता ने डोगरा शासक पर तैयार इस प्रस्तुति की सराहना की। उन्होंने जम्मू क्लब के आसपास के क्षेत्र में फिल्म को प्रदर्शित करने के प्रयासों के लिए नटरंग की टीम की सराहना की। जिससे सभी को इस क्षेत्र के अपने इतिहास और संस्कृति के बारे में जानने में मदद मिली, जो दुनिया के सामने नहीं है।

    यहां यह उल्लेख करना उचित है कि डा. कर्ण सिंह ने बलवंत ठाकुर को वर्ष 2017 में महान डोगरा शासक के इतिहास पर इस पहली फिल्म को लिखने, निर्माण और निर्देशित करने के लिए प्रेरित किया। जिन्होंने राज्य की सीमाओं का विस्तार किया। अपने विचार साझा करते हुएए निर्देशक नटरंग पद्मश्री बलवंत ठाकुर ने कहा कि नटरंग को इस बात पर गर्व है कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के निर्माता पर पहली फिल्म का निर्माण किया। गुलाब गाथा के निर्माण में बहुत सारे शोध और सहयोगात्मक प्रयास किए गए हैं। उन्होंने डा. कर्ण सिंह को उन पर और उनकी टीम पर विश्वास करने के लिए धन्यवाद दिया और इस बड़े सपने को साकार करने में समर्थन दिया। महाराजा गुलाब सिंह के 200वें राज्याभिषेक दिवस के उपलक्ष्य में इस फिल्म का दर्शा कर सराहनीय कार्य किया गया है।ऐसे प्रयासों से ही युवा पीढी अपने इतिहास, विरासत से जुड़ सकेगी।

    फिल्म ‘गुलाब गाथा’ एक ऐसे सैनिक की यात्रा के बारे में है जो अपने द्वारा शुरू की गई हर चीज में बड़ी सफलता हासिल करता है। लाहौर दरबार के प्रति उनकी निर्विवाद अनिवार्य आज्ञाकारिता। उनकी बहादुरी और परिवार के लोगों के बलिदानों के बाद उनकी शक्ति का अहसास होता है।नेताओं की महानता सिर्फ उनके कामों में नहीं है बल्कि जिस तरह से लोगों की नजरों में उनकी सराहना और पहचान की गई है। नेपोलियन फ्रांस का एक सैन्य और राजनीतिक नायक था और सिकंदर को उसकी विजय के लिए उसकी महानता के लिए सराहा गया है। एक सम्राट के रूप में गुलाब सिंह में एक साहसी योद्धा होने के समान गुण थे। वह एक सामान्य व्यक्ति था। जिसका कोई वंश नहीं था लेकिन उसने अपनी बहादुरी की मदद से खुद को एक राजा के रूप में स्थापित किया और अपनी सुनियोजित रणनीतिक और कूटनीतिक बुद्धिमत्ता के कारण अपने साम्राज्य पर पकड़ बनाए रखी।स्क्रीनिंग का संचालन नीरज कांत, सुमीत शर्मा, मो. यासीन, पूजा महाजन, सरताज सिंह, राहुल सिंह, कुशल भट और बृजेश अवतार शर्मा ने किया।

     

    comedy show banner
    comedy show banner