Mata Vaishno Devi Landslide: मारे गए 15 लोगों के शव घरों को भेजे; स्वजन बोले- किसी ने नहीं रोका यात्रा में आगे जाने से
जम्मू में वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन से 35 लोगों की जान चली गई। 15 शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है जबकि 7 की पहचान अभी बाकी है। मृतकों में दिल्ली राजस्थान मध्य प्रदेश महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश और पंजाब के लोग शामिल हैं। हादसे में अपनों को खोने वाले गहरे सदमे में हैं।
राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। श्री माता वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन के कारण मारे गए 35 लोगों में से 15 के शव उनके घरों में भेज दिए गए हैं। वहीं सात शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। मृतकों के स्वजन इस घटना से आहत हैं। उनका कहना है कि उन्हें किसी ने भी आगे के खतरे के बारे में सतर्क नहीं किया।
आद्कुंवारी में हुए इस हादसे में मारे गए 35 लोगों में से 34 के शवों को राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू में भर्ती करवाया गया था। इनमें सें 15 शवों के पोस्टमार्टम करने के बाद उन्हें घरों को भेज दिया गया है।
इनमें से एक दिल्ली, चार राजस्थान, दो मध्य प्रदेश, दो महाराष्ट्र, तीन उत्त्तर प्रदेश और तीन पंजाब के रहने वाले थे। अभी भी सात शव ऐसे हैं जिनकी पहचान संभव नहीं हो पाई है। उनके पास से कोई पहचान पत्र नहीं मिला है।
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सात लोग यात्रा के लिए आए थे, दो की हुई मौत
वहीं जीएमसी जम्मू में अपनी सास रत्तना बाइ का शव लेने पहुंची ममता ने बताया कि वे मध्य प्रदेश के मन्दौर के रहने वाले हैं। एक ही गांव के हम सात लोग यात्रा के लिए आए थे। लेकिन उनकी सास रत्तना बाइ और एक अन्य रिश्तेदार फकीर चंद की इस हादसेे में मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि यात्रा के दिन तेज बारिश हो रही थी। लेकिन किसी ने भी उन्हें यात्रा में जाने से नहीं रोका। किसी ने भी यह नहीं कहा कि इस प्रकार मौसम खराब हो सकता है। हम सभी साथ ही चल रहे थे। आद्कुंवारी में जब यह हादसा हुआ तो मैं थोड़ा सा आगे चल रही थी।
मलबे में अपनों को तलाशते रहे लोग
अचानक एक पत्थर शेड पर गिरा जिसमें उनके परिवार के अन्य सदस्य व गांव वाले भी आ गए। कुछ पता ही नहीं चला। अचानक हुए इस हादसे के बाद मैं अपने साथ आए सभी को ढूंढने में जुट गई।
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ममता ने बताया कि उनके साथ आई सास व एक अन्य रिश्तेदार की मौत हो गई जबकि जेठ अभी भी नारायणा अस्पताल में भर्ती हैं। दो अन्य को भी चोंटें आई थी। उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। रोते हुए ममता ने कहा कि शवों को लेकर कैसे अपने घर जाउंगी।
भुस्खलन में मारे गए इन लोगों के शव अभी तक घरों को भेजे गए हैं।
- राजगी पुत्र राम सरण निवासी पतलपुरी, अमृतसर
- नीरा वर्मा पुत्र अमित वर्मा निवासी मेरठ, उत्तर प्रदेश
- चांदनी केशव पत्नी मयंक गोयल खेकरा, उत्तर प्रदेश
- अरविंद कुमार सोनी पुत्र हनुमान मल सोनी निवासी सुजानगढ़, चुरू, राजस्थान
- गजानंद सोनी पुत्र शंकर लाल निवासी सरोथिया, सुजानगढ़, चुरू राजस्थान
- अरिकेत पुत्र संतोष कनोजिया निवासी नरदास नगर नजदीक शिवदर्शन पाथु , मुंबई महाराष्ट्र
- संदीप कुमार सोनी पुत्र राधेशाम सोनी निवासी इंदिरा कालोनी नागौर, राजस्थान
- रामशरण पुत्र बलराज निवासी पतलपुरी, अमृतसर
- ममता पत्नी रामसरण निवासी पतलपुरी, अमृतसर
- कार्तिक निवासी मुजफ्फर नगर उत्तर प्रदेश
- रत्तन बाई पत्नी भगत राम मन्दसौर मध्य प्रदेश
- सलोनी पत्नी संतोष कुमार निवासी नरदास नगर नजदीक शिवदर्शन पाथु , मुंबई महाराष्ट्र
- फकीर चंद पुत्र गौतम जी गुज्जर निवासी मन्दसौर मध्य प्रदेश
- अनिल कुमार पुत्र हनुमान मल सोनी निवासी सुजानगढ़, चुरू राजस्थान
- राजा पुत्र प्रदीप निवासी उत्त्तरी दिल्ली
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