ढांगरी हमले में शामिल था राजौरी में मारा गया आतंकी, ग्रामीण बोले- यही हमारे घर खाना खाकर गया था
Rajouri Terrorist Attack केसरी हिल के जंगल में ढेर किए गए आतंकी का शव देखकर ग्रामीणों ने उसकी पहचान की। बथुनी और मुरादपुर के लोगों ने कहा कि यही आतंकी हमारे घर पर खाना खाकर गया था। ढांगरी गांव के लोग शिनाख्त करने नहीं गए।
जागरण संवाददाता, राजौरी। राजौरी के केसरी हिल के जंगल में शनिवार सुबह मुठभेड़ में मारा गया आतंकी जिले के ही ढांगरी गांव में हुए हमले में भी शामिल था। मारे गए आतंकी की अभी पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन ढांगरी के आसपास के बथुनी व मुरादपुर गांव के कुछ लोगों ने इस आतंकी की शिनाख्त करते हुए बताया कि यही ढांगरी हमले से पहले क्षेत्र में सक्रिय था।
बता दें कि आतंकियों ने इसी वर्ष एक जनवरी को ढांगरी गांव में सात लोगों की हत्या कर दी थी। जानकारी के अनुसार, केसरी हिल में पांच पैरा कमांडो को मार गिराने के लिए चलाए गए आपरेशन में शनिवार सुबह मारे गए आतंकी के शव को राजौरी लाया गया। जहां पर मुरादपुर और बथूनी क्षेत्र के उन लोगों से शव की पहचान करवाई गई, जिनके घरों में आतंकियों के एक दल ने पिछले वर्ष 10 दिसंबर से लेकर 14 दिसंबर के बीच खाना खाया था।
लोगों ने मारे गए आतंकी की पहचान की
सूत्रों के अनुसार, इन लोगों ने मारे गए आतंकी की पहचान कर ली है। उन्होंने माना कि यही वह आतंकी है, जो हम लोगों के घरों में खाना खा चुका है। बताया जा रहा है कि ढांगरी गांव के लोगों के साथ-साथ पीड़ित परिवारों के सदस्यों को भी आतंकी के शव की पहचान के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे नहीं गए। लोगों का कहना था कि हमें मारे गए आतंकी नहीं बल्कि आतंकियों की मदद करने वाले चाहिए, जो आतंकियों को हमारे घर तक लाए थे।
क्या हुआ था ढांगरी गांव में
एक जनवरी को रात के अंधेरे में आतंकियों ने राजौरी के ढांगरी गांव में ताबड़तोड़ गोलीबारी कर पांच लोगों की हत्या कर दी थी। इसके अलावा जाते-जाते आतंकी एक घर के आंगन में आइईडी लगा गए थे। अगले दिन सुबह उसमें विस्फोट हो गया, जिससे दो बच्चों की मौत हो गई। इसके अलावा कई लोग घायल भी हुए थे।
लोगों ने कही ये बात
ढांगरी हमले में मारे गए दीपक व प्रिंस की मां सरोज बाला ने कहा कि मारा गया आतंकी हमले में शामिल था या नहीं, इससे हमें मतलब नहीं है। हमें वे लोग चाहिए, जो हमारे घरों तक आतंकियों को लाए थे।
वहीं, ढांगरी पंचायत के सरपंच धीरज ने कहा कि अगर सेना के जवानों ने उस आतंकी को मार गिराया है, जो हमारे गांव में हुए हमले में शामिल था तो यह बड़ी बात है। पीड़ित परिवारों के सदस्य जिस तरह कहेंगे, हम उनके साथ हैं।
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