बुर्का पहनकर भाग रहा आतंकी ग्रेनेड हमले में ढेर, जवान घायल
त्राल में बुर्का पहनकर पुलिस स्टेशन से भागने का प्रयास कर रहा हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी अपने ही साथियों द्वारा फेंके गए ग्रेनेड हमले में मारा गया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। त्राल (पुलवामा) में सोमवार को बुर्का पहनकर पुलिस स्टेशन से भागने का प्रयास कर रहा हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी अपने ही साथियों द्वारा फेंके गए ग्रेनेड हमले में मारा गया। इस धमाके में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है। प्रशासन ने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। इस बीच, त्राल में आतंकी के मारे जाने से हड़ताल हो गई।
इससे पहले इसी माह छह फरवरी को भी आतंकी श्रीनगर के श्री महाराजा हरि सिंह अस्पताल में हमला कर लश्कर आतंकी नवीद जट को भगा ले गए थे।यह वारदात दोपहर करीब साढ़े बारह बजे हुई। उत्तरी कश्मीर के वटलब (सोपोर) में इसी वर्ष जनवरी माह में नौसेना के मार्काेस दस्ते व राज्य पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में पकड़े गए हिज्ब आतंकी मुश्ताक अहमद चौपान को सोमवार एक पुराने मामले में त्राल से अवंतीपोर पुलिस की हिरासत में भेजे जाने की प्रक्रिया जारी थी। इसी दौरान उसने थाने में मिलने आए अपने किसी परिचित से बुर्का लिया और उसे पहनकर पुलिस को चकमा देकर बाहर जाने लगा। थाने के गेट पर तैनात संतरी ने उसे बुर्का पहनते देख लिया और रुकने के लिए कहा।
इसपर गेट के बाहर खड़े आतंकी चौपान के साथियों को लगा कि उनकी साजिश नाकाम होने जा रही है तो उन्होंने थाने में ग्रेनेड हमला कर दिया, ताकि धमाके के दौरान चौपान बच निकले। लेकिन इस हमले में चौपान मारा गया और पुलिस कांस्टेबल महराजुदीन जख्मी हो गया। आइजीपी (कश्मीर रेंज) डॉ. एसपी पाणि ने हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि आतंकियों के एक दल ने मुश्ताक चौपान को पुलिस हिरासत से भगाने की साजिश रची थी, जो नाकाम रही। इसमें चौपान अपने ही साथियों के ग्रेनेड हमले में मारा गया। हमने मामले की न्यायिक जांच बैठा दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि चौपान से थाने में कौन-कौन मिला, और उसे उसे बुर्का किसने दिया।
एसपी अवंतीपोर जैयद मोहम्मद ने चौपान को भागने की साजिश में भीतराघात से इन्कार करते हुए कहा कि इस पूरे मामले की जांच जारी है।इस बीच, आतंकी चौपान के मारे जाने की खबर फैलते ही पूरे त्राल में तनाव पैदा हो गया। सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हो गए। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी थम गई। कुछ लड़कों ने उत्तेजक नारेबाजी करते हुए सुरक्षाबलों पर पथराव भी किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें जल्द खदेड़ दिया।
पथराव की आड़ घायल आतंकी साथियों के साथ भाग निकला
उत्तरी कश्मीर के हाजिन (बांडीपोर) क्षेत्र में सुरक्षाबलों पर पथराव कर रही भीड़ की आड़ में लश्कर का एक घायल आतंकी दो अन्य साथियों संग बच निकला। हिंसक झड़पों में एक पत्थरबाज भी जख्मी हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकी अपने संपर्क सूत्र से मिलने आए तड़के हाजिन की बोन मोहल्ले में आए थे। इसका पता चलते ही सेना की 13 आरआर के जवानों ने पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के साथ तलाशी अभियान चलाया। सुबह पांच बजे सुरक्षाबलों ने घेराबंदी शुरू की। शरारती तत्व इसका विरोध करने लगे। कुछ ही देर में भीड़ ने पथराव भी शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों ने बल प्रयोग कर खदेड़ने का प्रयास करते हुए आतंकियों के ठिकाने की तरफ बढ़ना जारी रखा।
आतंकियों ने फायरिंग कर अपना ठिकाना छोड़ दिया। जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर किया। इसमें एक आतंकी को गोली लगी है। पथराव कर रही भीड़ की आड़ लेते हुए जख्मी आतंकी अन्य साथियों संग सुरक्षाबलों की घेराबंदी तोड़ भागने में कामयाब रहा। इस दौरान हुई हिंसक झड़पों में जावेद अहमद नामक एक पत्थरबाज जख्मी हो गया। उसे निकटवर्ती अस्पताल में दाखिल कराया गया है। इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी अभियान समाप्त कर दिया। इसी दौरान पुलवामा से मिली सूचनाओं में बताया गया है कि संबूरा के निकट कुमार मोहल्ले में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सुरक्षाबलों ने घेराबंदी और तलाशी अभियान (कासो) चलाया। इस दौरान भड़की हिंसा के दौरान किसी प्रकार की नागरिक जनक्षति से बचने के लिए सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान स्थगित कर दिया।